समराला, 3 सितंबर (निस)
कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’, रिलीज़ से पहले ही विवादों में फंस चुकी है। फिल्म के खिलाफ आज यहां भ्रष्टाचार विरोधी फ्रंट समराला, किसान मजदूर संघर्ष समिति समेत विभिन्न संगठनों ने एकत्र होकर एसडीएम समराला के माध्यम से केंद्र सरकार को ज्ञापन देकर मांग की कि कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को रिलीज़ न किया जाए। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने कंगना के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि कंगना ने इस फिल्म के जरिए जानबूझकर सिख समुदाय को बदनाम करने की साजिश रची है। उन्होंने कहा कि कंगना शायद यह भूल बैठी है कि सिख समुदाय का देश की आजादी और देश के निर्माण में मुख्य भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि अक्सर कंगना पंजाब के किसानों के खिलाफ बेवजह जहर उगलती रहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा हाई कमान को चाहिए कि वह कंगना को अनुशासन में रहने का पाठ सिखाए। उन्होंने कहा कि अगर कंगना इसी तरह सिख समुदाय को बदनाम करती रही, तो इससे समाज में आपसी भाईचारा और सौहार्द्र को ठेस पहुंचेगी। इसी दौरान इन संगठनों ने एसडीएम को मांग पत्र के माध्यम से यह भी मांग की कि सावन के महीने में हर साल संगठनों द्वारा हज़ारों की संख्या में खाली जगहों पर पौधे लगाए जाते हैं, पर गुज्जरों की भैंसें उन्हें बढ़ने से पहले ही रौंद कर नष्ट कर देती हैं। लिहाज़ा इन बेलगाम चरवाहों पर लगाम लगाई जाए।
जानकारी के अनुसार, रजनीश अरोड़ा, एसडीएम समराला ने आश्वासन दिया कि यह मुद्दा पहले ही उनके विचाराधीन है। इस मौके पर भ्रष्टाचार विरोधी फ्रंट समराला के संरक्षक कमांडेंट रछपाल सिंह, प्रधान जत्थेदार अमरजीत सिंह बलियों, किसान संघर्ष समिति के प्रधान संतोष सिंह नागरा, निर्मल सिंह, भजन सिंह, राजिंदर सिंह, मोहन सिंह बलियों, दर्शन सिंह कंग, नरिंदरजीत सिंह, सोनिया समराला, हरजीत सिंह, बलबीर सिंह और सरबजीत सिंह पप्पी और सुविंदर सिंह आदि उपस्थित थे।