संगरूर, 3 सितंबर (निस)
गेस्ट फैकल्टी असिस्टेंट प्रोफेसर पंजाबी यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट ताला लगा कर बंद कर धरना दे रहे हैं। सुबह से बंद गेट दोपहर तक भी नहीं खुले, जिससे बड़ी संख्या में स्टाफ को घर लौटना पड़ा। गौरतलब है कि पंजाबी यूनिवर्सिटी के कांस्टीचुएंट कॉलेज में कार्यरत शिक्षकों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए मंगलवार को यूनिवर्सिटी के तीनों मुख्य गेट बंद कर धरना शुरू कर दिया था। धरना सुबह 9 बजे शुरू हुआ, उस समय कुछ शिक्षकों को अंदर जाने की अनुमति दी गई, लेकिन बाद में कर्मचारियों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई, जिससे विश्वविद्यालय के कर्मचारी बाहर सड़कों पर खड़े होकर धरना खत्म होने का इंतजार कर रहे थे। शिक्षकों का कहना है कि उनका धरना जारी रहेगा और जब तक यूनिवर्सिटी प्रशासन उनका इंटरव्यू लेने का फैसला रद्द नहीं करता, तब तक यूनिवर्सिटी के सभी गेट बंद रखे जाएंगे। उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए अंगीभूत महाविद्यालयों एवं निकटवर्ती परिसरों में लंबे समय से कार्यरत सहायक प्राध्यापकों (गेस्ट फैकल्टी) के प्रवेश को मंजूरी देने के बजाय इंटरव्यू आयोजित किया है। गौरतलब है कि इन असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति विश्वविद्यालय द्वारा इंटरव्यू पहले ही की जा चुकी है। ये प्रोफेसर 8 से 5 वर्षों से अधिक समय से इन कॉलेजों और पड़ोस के परिसरों में काम कर रहे हैं जो यूजीसी,पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला और पंजाब सरकार की सभी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। लेकिन पंजाबी यूनिवर्सिटी प्रशासन और कार्यकारी कुलपति ने अभी तक हमारी मांगों का समाधान नहीं किया है।
पटियाला जिला प्रशासन ने 10 सितंबर को पंजाब सरकार की उप-समिति के साथ बैठक करने का आश्वासन दिया और सायं करीब चार बजे विश्वविद्यालय के दोनों गेट खोल दिए गए। आज के विरोध प्रदर्शन में पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के सैकड़ों छात्रों ने भाग लिया और सभी छात्रों ने प्रोफेसरों की मांगों को सुना और समझा और पूरे दिन विरोध प्रदर्शन में भाग लिया और उन्होंने पंजाब सरकार के खिलाफ नारे लगाए। इस धरने में दिव्यांग कर्मचारी संघ ने अतिथि प्रोफेसरों के सामने आकर घेरा बना लिया और पूरे जोश के साथ गैसट फैकल्टी प्रोफेसरों के धरने का समर्थन किया।