रेवाड़ी, 3 सितंबर (हप्र)
जिले के खरखड़ा गांव में मच्छरों के तेजी से बढ़ते प्रकोप ने ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है। डेंगू, मलेरिया और अन्य घातक बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए गांववासियों ने प्रशासन से फॉगिंग और व्यापक सफाई अभियान चलाने की मांग की है। गांव में स्थित शैक्षणिक और प्रशासनिक संस्थानों के साथ-साथ गांववासियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इस मुद्दे पर त्वरित कार्यवाही की आवश्यकता है।
गांव के समाजसेवी प्रकाश यादव ने कहा कि इस समय मच्छरों का आतंक चरम पर है। आबादी के बीचों बीच बने प्रदूषित जोहड़ों व बारिश के मौसम में जलभराव और विनाशकारी घास की वृद्धि ने मच्छरों को पनपने के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान किया है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ गया है। ग्रामीणों ने इस गंभीर स्थिति पर चिंता जताते हुए जिला प्रशासन से त्वरित और ठोस कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि गांव में लगभग 6 हजार की आबादी निवास करती है। मच्छरों के बढ़ते प्रकोप के कारण स्वास्थ्य संबंधी गंभीर खतरे का सामना करना पड़ रहा है। गांव में कई महत्वपूर्ण संस्थान जैसे कि राजकीय महाविद्यालय, राजकीय आईटीआई, राजकीय वरिष्ठ विद्यालय, राजकीय प्राथमिक पाठशाला, आईजी साउथ रेंज पुलिस कार्यालय और जनस्वास्थ्य विभाग का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थित हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर गांव में त्वरित फॉगिंग कराने और सफाई अभियान चलाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने गांव की राजस्व भूमि पर उग आई विनाशकारी घास और अवांछित पौधों को नष्ट करने के लिए भी प्रशासन से अपील की है।