हिसार, 3 सितंबर (हप्र)
हिसार के एक बुजुर्ग चिकित्सक को न्यूड कॉल कर वीडियो बनाकर नकली सीबीआई इंस्पेक्टर बनकर अज्ञात व्यक्तियों ने मात्र दो सप्ताह में एक करोड़, 34 लाख रुपये अपने बैंक खातों में ट्रांसफर करवाकर ठगी की। सूत्रों की मानें तो पुलिस इस गैंग से जुड़े लोगों के करीब पहुंच चुकी है और शीघ्र ही पूरा गैंग पुलिस की गिरफ्त में आ सकता है।
पुलिस ने बताया कि इस बारे में साइबर क्राइम थाना ने पीड़ित डाॅक्टर की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित चिकित्सक ने बताया कि 9 अगस्त को दोपहर साढ़े 4 बजे वह अपने घर पर सो रहा था कि व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से वीडियो कॉल आई, जिसे रिसीव करने पर स्क्रीन पर एक महिला थी। उसकी बातों में फंसकर जैसा-जैसा वह बोलती गई, वैसा-वैसा वह करते गए। महिला ने वीडियो कॉल पर न्यूड होकर 5 हजार रुपये मांगे। उसे बताया कि यूपीआई-एप प्रयोग नहीं करते हैं। वह बोली कि सारी वीडियो बना ली है। अगर पैसे नहीं भेजे तो उसे वायरल करके बदनाम कर देगी।
इसके बाद 12 अगस्त को एक नंबर से वीडियो कॉल आई। स्क्रीन पर पुलिसवर्दी में एक अधिकारी दिखा, जिसने खुद को सीबीआई इंस्पेक्टर बताया और कहा कि आपका एक अश्लील वीडियो आया है। वायरल नहीं होनी चाहिए तो हमारे यू-ट्यूब अधिकारी से बात करें। इसके बाद दूसरे नंबर से वॉयस कॉल आई। यू-ट्यूब से वीडियो हटवाने की बात बोलकर तीन लाख रुपये मांगे। फिर बताया कि यह तो एक साइट से डिलीट हुई है, बाकी सोशल मीडिया अकाउंट से हटवाने को 6 लाख, 98 हजार रुपये ले लिए।
इसके बाद कहा कि स्थायी समाधान के लिए अमेरिका से 25 हजार डॉलर की स्टांप खरीदकर लगवानी होगी। इसके बाद 5 बार में 20 लाख, 17 हजार, 500 रुपये उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद फीस कम होने की बात कहकर 21 लाख रुपये और ले लिए। 19 अगस्त को कॉल कर फर्जी इंस्पेक्टर ने कहा कि अब मामले की जांच उच्चाधिकारी करेंगे। एक अधिकारी के नाम से कॉल आई और केस रफा-दफा करने के नाम पर 10 लाख रुपये मांगे। जब कॉल नहीं उठाई तो मैसेज भेजने लगे कि राशि नहीं देने पर टीम को घर भेजकर 24 घंटे में अरेस्ट कर लेंगे। तब 3 लाख, 50 हजार रुपये देकर कहा कि मामला खत्म कर दो। 21 अगस्त की रात 10 बजे फिर कॉल कर धमकी दी और 10 लाख रुपये मांगे। 23 अगस्त को अधिकारियों व स्टाफ के खर्चे के नाम पर 15 लाख की मांग की और यह राशि भी उन्हें भेजी दी।
27 अगस्त को वीडियो कॉल करके पुलिस अधिकारी ने कहा वह लड़की मर गई है और जलती चिता की फोटो भेजी तो होश उड़ गए। बताया सुसाइड नोट में नाम लिखा हुआ है, लोगों ने थाना घेरा हुआ है। 5 घंटे में अरेस्ट की मांग है। परिजनों को 30 लाख रुपये देने होंगे। यह राशि भी उनको देनी पड़ी। 29 अगस्त को कहा कि परिजन मान गए हैं लेकिन मजिस्ट्रेट को एक करोड़ रुपये देने होंगे। सब कुछ गंवाकर उसने परिचित को बताया तो वह बोला कि फ्रॉड हुआ है। इसके बाद साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई।