घरौंडा (निस)
पर्यावरण संरक्षण समिति ने गांव कुटेल में मीटिंग बुलाकर बांटे गए 200 पौधों को लगवाया। समिति अध्यक्ष ने ग्रामीणों को नीम, सुहाझना, पुत्रोजीवा, शमी, आम, अमरूद एवं जामुन के पौधों के लाभ बताए। उन्होंने बताया कि सुहाझना के पौधे को मोरिंगा भी कहते हैं और इसके फूल, फलियों एवं पत्तों की सब्जियां और अचार भी बनता है। सुहाझने के पौधे के फूलों, फलियों एवं पत्तों में विटामिन, आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि के पोषक तत्त्व दूध एवं घी से भी ज्यादा मात्रा में होते हैं, इनसे शरीर शक्तिवर्धक एवं पुष्ट होता है। इस अवसर पर समिति सदस्य देवेन्द्र मोहन (रिटायर मुख्याध्यापक), वरिष्ठ उपप्रधान राम रतन अत्री, समिति चीफ पैट्रन कंवल भसीन, महासचिव के.एल. नारंग, प्रधान , विनोद गुप्ता, सत्येन्द्र शर्मा, डॉ. एस.के. शर्मा, अंजु शर्मा, एच.डी. कथूरिया, बलबीर कल्याण, देवेन्द्र मोहन सिंह, पुष्पा सिन्हा, ओम शर्मा एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।