सिरसा, 5 सितंबर (हप्र)
शिक्षक दिवस पर नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अध्यापक राजेंद्र सिंह इन्सां को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राजेंद्र सिंह इन्सां बठिंडा स्थित गोनियाना मंडी के रहने वाले हैं और प्राइमरी टीचर हैं। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी राजेंद्र सिंह इन्सां मानवता और भलाई कार्यों में आगे रहते हैं।
शिक्षक के रूप में राजेंद्र सिंह इन्सां ने 20 साल के कार्यकाल के दौरान 4 खस्ताहाल सरकारी स्कूलों का कायाकल्प किया है। वे अब पंजाब के कोठे इन्द्रसिंह वाला के सरकारी स्कूल में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2015 में इस स्कूल को ज्वाइन किया था, उस वक्त स्कूल की हालत दयनीय थी और बच्चों की संख्या भी बहुत कम थी। स्कूल की बैरंग दीवारें, खस्ताहाल छत, कच्चा प्रांगण और स्कूल में केवल 33 विद्यार्थी थे और वे सिर्फ एक ही शिक्षक थे और स्कूल बंद होने की कगार पर था। राजेंद्र सिंह इन्सां ने कड़ी मेहनत से न केवल स्कूल की तस्वीर बदल दी बल्कि आसपास के 16 गांवों के निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी इस स्कूल में दाखिला ले चुके हैं। इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्र प्राइवेट स्कूल की तरह साफ सुथरी ड्रेस पहनकर आते हैं। स्कूल में बिना किसी सरकारी ग्रांट के अपने खर्च पर स्मार्ट क्लासिज व अत्याधुनिक सुविधाओं युक्त लैब है, जिसमें बच्चे अक्षरज्ञान के साथ साथ जनरल नॉलेज भी सीख रहे हैं।
स्कूल में नर्सरी में विद्यार्थियों के दाखिले के लिए अभिभावक साल पहले ही अपने दस्तावेज स्कूल में जमा करवाकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। हैरानी इस बात की है कि इस छोटे से स्कूल ने कुछ ही साल में 627 फीसदी नए दाखिले कर पूरे पंजाब स्तर पर रिकॉर्ड कायम किया है।
‘गुरुजी को समर्पित अवार्ड’
राजेंद्र सिंह ने अवार्ड प्राप्त होने का श्रेय डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को समर्पित किया है और कहा कि यह उनकी शिक्षाओं व अपने पेशे प्रति ईमानदार और लग्न से काम करने की शिक्षा का ही परिणाम है कि उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। इससे पहले राजेन्द्र सिंह राज्य स्तर पर 9 बार सम्मान प्राप्त कर चुके हैं। 2020 में राजेन्द्र सिंह की बेमिसाल अध्यापन सेवाओं के चलते पूरे पंजाब में पहले रैंक पर आने के लिए शिक्षा विभाग पंजाब ने उन्हें स्टेट अवार्ड से सम्मानित किया गया था।