भिवानी, 5 सितंबर (हप्र)
भाजपा की तोशाम हलके से टिकट मिलने के बाद श्रुति चौधरी ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने का काफी अनुभव है। भाजपा ने उन्हें जिताऊ उम्मीदवार तथा मैरिट के आधार पर टिकट दी है। तोशाम विधानसभा क्षेत्र चौ. बंसीलाल का गढ़ रहा है तथा उनके परिवार के सदस्यों ने यहां बड़े स्तर पर विकास कार्य करवाए हैं, ऐसे में उन्हें लोगों से पूरा साथ मिलेगा। उन्होंने बताया कि वे तोशाम हलके के आधे से अधिक गांवों का दौरा पूरा भी कर चुकी हैं। उनके सामने कांग्रेस से उनके चचेरे भाई अनिरूद्ध चौधरी को टिकट मिलने की प्रबल संभावनाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव तो चुनाव होते हैं, भले ही कोई भी व्यक्ति सामने हो। इससे पूर्व भी उनके पिता चौ. सुरेंद्र सिंह के सामने उनके ताऊ चौ. रणबीर सिंह महेंद्रा अलग-अलग पार्टियों से आमने-सामने चुनाव लड़ चुके हैं, जिसमें रणबीर सिंह महेंद्रा उनके पिता से हारे थे। वे भी अपने चचेरे भाई को तोशाम विधानसभा से परास्त करेंगी। उन्होंने कहा कि पार्टी की टिकट न मिलने से नाराज लोगों से वे व्यक्तिगत रूप से मिलकर उन्हें मनाएंगी। पार्टी विभिन्न कार्यकर्ताओं में से किसी एक पर ही विश्वास जताकर उसे आगे बढ़ाती है। उनकी हमेशा कोशिश रहती है कि उनकी पार्टी का कोई भी व्यक्ति नाराज ना रहे। ऐसा ही प्रयास उनका अबकी बार भी रहेगा। श्रुति चौधरी की शिक्षा बीए, एलएलबी है। श्रुति चौधरी के राजनीतिक कैरियर की शुरुआत 2009 में हुई थी।
जब ये कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतकर सांसद बनी थीं। वर्ष 2014 व 2019 के चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर भाजपा उम्मीदवार धर्मबीर सिंह से हार गई। वर्ष 2024 में उन्हें कांग्रेस पार्टी ने टिकट नहीं दिया। जिसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गईं।