संगरूर, 6 सितंबर (निस)
पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के डॉक्टरों ने राज्य में चिकित्सा सेवाएं बड़े पैमाने पर 9 सितंबर से सरकारी अस्पतालों में काम ठप कर बेमियादी हड़ताल की घोषणा की है। उल्लेखनीय है कि लंबे समय से लंबित मांगों को लेकर सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों ने हड़ताल का ऐलान किया है। पीसीएमएसए के प्रदेश अध्यक्ष अखिल सरीन ने कहा कि डॉक्टर हड़ताल के दौरान मरीजों को हड़ताल के बारे में पहले से सूचित कर रहे हैं।
डॉक्टरों की मांगों में पदोन्नति, छठे वेतन आयोग का बकाया और कार्यस्थल पर सुरक्षा के मुद्दे शामिल हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिल ने कहा कि राज्य में सरकारी स्वास्थ्य संस्थान आधी क्षमता पर काम कर रहे हैं। मरीजों को देखने के अलावा, डॉक्टरों पर वीआईपी और आपातकालीन कर्तव्यों, पोस्टमार्टम और मेडिको कानूनी मामलों जैसी अन्य जिम्मेदारियों का बोझ है। उन्होंने कहा कि पंजाब में डॉक्टरों के 4600 स्वीकृत पद हैं जिनमें से 2800 खाली हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की एक और बड़ी मांग कार्यस्थल पर हर समय सुरक्षा की है क्योंकि उन्हें अक्सर नाराज मरीजों और उनके परिवार के सदस्यों से निपटना पड़ता है।