जींद/नरवाना, 6 सितंबर (हप्र/निस)
नरवाना के पूर्व विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और उनके कुछ परिजनों, स्टाफ आदि के खिलाफ जींद के महिला पुलिस थाना में पिछले महीने दर्ज यौन उत्पीड़न और रेप के आरोप में दर्ज एफआईआर शुक्रवार को रद्द कर दी गई। पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट में रामनिवास सुरजाखेड़ा को क्लीन चिट दे दी।
जींद महिला पुलिस थाना में पूर्व विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, उनकी पत्नी, साले, पीए समेत कई लोगों के खिलाफ एक महिला की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ था। यह मामला दर्ज होने से रामनिवास की बीजेपी में एंट्री रूक गई थी।
एसआईटी गठित होने के 7 दिन में क्लीन चिट
पूर्व विधायक सुरजाखेड़ा और उनके कुछ परिजनों के खिलाफ दर्ज मामले की जांच के लिए एसपी सुमित कुमार ने डीएसपी गीतिका जाखड़ की अगुवाई में 7 दिन पहले एसआईटी गठित की थी। एसआईटी ने 7 दिन में ही जांच पूरी करते हुए पूर्व विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को क्लीन चिट दे दी है। पूर्व विधायक के खिलाफ दर्ज एफआईआर भी रद्द कर दी गई है। खुद एसपी सुमित कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि जांच में उन आरोपों की पुष्टि नहीं हुई, जो पूर्व विधायक और उनके परिजनों आदि पर लगाए गए थे।
मिली बड़ी राहत
नरवाना के पूर्व विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द हो जाने और उन्हें मामले में क्लीन चिट मिल जाने से उन्हें बहुत बड़ी राजनीतिक राहत मिली है। रामनिवास सुरजाखेड़ा 2019 में जजपा की टिकट पर नरवाना से विधायक चुने गए थे।
बाद में तत्कालीन डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से उनकी राजनीतिक अनबन हो गई थी, जिसके चलते उन्होंने पिछले महीने जजपा छोड़ दी थी और 1 अक्तूबर को जींद में हुई भाजपा की रैली में उनकी भाजपा में एंट्री होनी थी, लेकिन उनके खिलाफ उससे पहले महिला पुलिस थाना जींद में एफआईआर दर्ज होने से उनकी भाजपा में एंट्री रुक गई थी। अब जितनी तेजी से उनके खिलाफ दर्ज मामले की पुलिस ने जांच की, और इसमें उन्हें क्लीन चिट देते हुए एफआईआर रद्द की गई है, उससे रामनिवास को बहुत बड़ी राजनीतिक राहत मिली है।