चंडीगढ़, 6 सितंबर (ट्रिन्यू)
शिक्षा विभाग ने प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों उल्लास नवभारत सारक्षता कार्यक्रम के तहत सारक्षता दर बढ़ाने की योजना तैयार की है। प्रदेशभर से 3.50 लाख शिक्षार्थियों का उल्लास कार्यक्रम के तहत मूल्याकंन किया जाएगा। साथ ही, शिक्षार्थी स्वयंसेवक के तौर पर संकल्प पत्र भी भरेंगे, जिसमें लोगों को साक्षर बनाने के लिए प्रेरित करने की प्रतिज्ञा लेंगे। प्रदेश के 22 जिलों में 22 सितंबर को उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों के साथ मुख्य शिक्षक और उल्लास समन्वयकों को निर्देश दिए हैं।