तरुण जैन/हप्र
रेवाड़ी, 6 सितंबर
रेवाड़ी व कोसली विधानसभा क्षेत्र के लिए घोषित भाजपा प्रत्याशियों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। इन प्रत्याशियों को गैरों से नहीं, अपनों से ही खतरा बना हुआ है। केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह समर्थक रेवाड़ी हलका के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव व कोसली के अनिल यादव डहीना का विरोध लगातार जारी है। लक्ष्मण को प्रत्याशी बनाए जाने के विरोध में शुक्रवार को भाजपा समर्थकों ने प्रदर्शन कर प्रत्याशी बदलने की मांग की है। वहीं, कोसली में भाजपा नेता व पूर्व मंत्री बिक्रम यादव ठेकेदार ने बगावत का झंडा उठाते हुए रविवार को अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है और बड़ा फैसला लेने के संकेत दिये हैं।
रेवाड़ी में लक्ष्मण सिंह यादव के विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण यह है कि पार्टी के कार्यकर्ता उन्हें रेवाड़ी का नहीं मानते। वे वर्तमान में कोसली से भाजपा विधायक हैं। उन्हें राव इन्द्रजीत सिंह की मेहरबानी से ही रेवाड़ी शिफ्ट किया गया है। जबकि रेवाड़ी से राव समर्थक अनेक नेता काफी समय से कतार में खड़े होकर टिकट मिलने की आस लगाए बैठे थे। उन्होंने अपने समर्थन सुनील यादव मूसेपुर, अजय पाटौदा व अनिल रायपुर को दरकिनार कर लक्ष्मण पर दांव चल दिया। हालांकि राव समर्थक उक्त किसी भी दावेदार ने अभी तक लक्ष्मण और पार्टी के विरोध में एक शब्द नहीं बोला है। हो सकता है कि राव का इशारा मिलते ही वे लक्ष्मण के चुनाव प्रचार में कूद पड़ें,
लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि यहां पार्टी में ही एक राव विरोधी खेमा भी है। जिसमें मजबूत नेता पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, हरियाणा पर्यटन निगम के पूर्व चेयरमैन अरविंद यादव, जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन सतीश यादव को शामिल बताया जाता है। रेवाड़ी में शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निकटस्थ केशव चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने शहर में लक्ष्मण सिंह की उम्मीदवारी के विरोध में प्रदर्शन व नारेबाजी की। केशव चौधरी ने कहा कि लक्ष्मण यादव ने कोसली में विकास कार्य कराये होते तो उन्हें रेवाड़ी नहीं आना पड़ता। उन्होंने उन्हें टिकट दिलाने वाले को भी बड़ा कसूरवार बताया। उन्होंने कहा कि रेवाड़ी की जनता जागरूक है। लक्ष्मण के विरोध में प्रदर्शन कर रोष व्यक्त किया गया है और इसकी जानकारी पार्टी हाई कमान को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि समय रहते यदि प्रत्याशी नहीं बदला गया तो भाजपा को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। थोपे हुए प्रत्याशी को कतई सहन नहीं किया जाएगा।
इधर कोसली से भी राव इन्द्रजीत सिंह ने अपने समर्थक अनिल यादव डहीना को टिकट तो दिला दी। लेकिन यहां भी उनकी खुली बगावत हो रही है। भाजपा नेता व पूर्व मंत्री बिक्रम यादव ने इस उम्मीदवारी के विरोध में रविवार को अपने समर्थकों की बैठक अपने कैंप हाउस में बुलाई है। जिसमें उनके अहम फैसला लेने की उम्मीद है। इससे पूर्व भाजपा नेता रामपाल यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अनिल की उम्मीदवारी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि प्रत्याशी नहीं बदला तो सामूहिक इस्तीफा देंगे। कोसली से टिकट के दावेदारों में सबसे सीनियर नेता वीर कुमार यादव भी शामिल थे। उनका टिकट कटने का कार्यकर्ताओं को भारी मलाल है। वीर कुमार दशकों से पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं। उनका अभी तक अनिल की उम्मीदवारी को लेकर कोई नकारात्मक बयान नहीं आया है।
रूठों को मना लेंगे
लक्ष्मण सिंह यादव का कहना है कि टिकट के लिए कई कार्यकर्ता कतार में होते हैं, लेकिन मिलती एक को ही है। जो कार्यकर्ता संगठन का होगा, वह पार्टी के आदेश का पालन करेगा। लेकिन जो केवल टिकट के लिए आये हैं, उनके विरोध का कोई औचित्य नहीं। उन्होंने कहा कि पार्टी पूरी तरह से उनके साथ हैं। जो रूठे हैं, उन्हें मना लिया जाएगा और रेवाड़ी की सीट भारी मतों के अंतर से जीतेंगे। इसी तरह कोसली के अनिल डहीना ने कहा कि पार्टी ने सोच समझकर उन्हें मैदान में उतारा है। कुछ कार्यकर्ताओं की नाराजगी जल्द दूर हो जाएगी।