झज्जर, 6 सितंबर (हप्र)
झज्जर जिले के गांव डीघल निवासी डाॅ. बिजेन्द्र अहलावत को पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल का चेयरमैन बनाया गया है। राजनीति के साथ-साथ वकालत के पेशे में भी लंबा अनुभव रखने वाले बिजेन्द्र अहलावत मूल रूप से बेरी विस क्षेत्र के गांव डीघल के रहने वाले है। पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल का चेयरमैन डा. बिजेन्द्र अहलावत को बनाए जाने का प्रस्ताव सर्वोच्च निकाय बार काउंसिल इंडिया ने बकायदा प्रस्ताव पारित कर किया।
यहां जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि डाॅ. बिजेन्द्र अहलावत के अलावा चेतन वर्मा, प्रधान बार एसोसिएशन लुधियाना को वाइस चेयरमैन, कर्मजीत चौधरी राजपुरा को उपाध्यक्ष और मानद को बकायदा सचिव बनाया गया है।
डॉ. विजेंद्र सिंह अहलावत दूसरी बार चेयरमैन के रूप में कार्य करेंगे। वह पहले 2017-2019 तक बार काउंसिल पंजाब-हरियाणा के चेयरमैन रहे और 2008-09 में वॉइस चेयरमैन के रूप में कार्य किया। डॉ. अहलावत ने 2009-14 तक हरियाणा के उप महाधिवक्ता के रूप में भी कार्य किया है। डॉ. अहलावत गांव डीघल, जिला झज्जर के रहने वाले हैं। वह झज्जर जिले से चुने गए पहले चेयरमैन हैं।
यहां यह भी बताना मुनासिब होगा कि डाॅ. अहलावत संयुक्त रोहतक-झज्जर में जिला परिषद (1995-2000) के सदस्य भी रहे हैं। बता दें कि पंजाब और हरियाणा बार काउंसिल अधिवक्ता अधिनियम 1961 के तहत एक वैधानिक निकाय है और इसमें पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में एक लाख पचास हजार से अधिक वकील नामांकित हैं। इसका मुख्य कार्य अधिवक्ताओं का नामांकन करना, अनुशासनात्मक कार्रवाई करना, सेमिनार/सम्मेलन आयोजित करना, बार एसोसिएशनों को वित्तीय सहायता प्रदान करना, मृत अधिवक्ताओं के परिवार को चिकित्सा और वित्तीय सहायता प्रदान करना है।