बिजेंद्र सिंह/हप्र
पानीपत, 7 सितंबर
कांग्रेस पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक बलबीर वाल्मीकि को ही इसराना हलके से फिर से चुनावी मैदान में उतारा है वहीं, भाजपा पहले ही इसराना हलके से मौजूदा राज्यसभा सांसद कृष्णलाल पंवार को टिकट दे चुकी है। इसराना हलके से अब लगातार चौथी बार बलबीर वाल्मीकि व कृष्ण लाल पंवार का आमना- सामना होने जा रहा है।
बता दें कि 2009 में परिसीमन के दौरान पुराना नौल्था हलका व असंध हलके के गांवों को मिलाकर इसराना हलका बनाया गया था। इसराना हलके में पहली बार 2009, फिर 2014 व 2019 में विधानसभा चुनाव हुए और इन तीनों ही चुनाव में भाजपा के कृष्ण लाल पंवार व कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि के बीच कड़ा मुकाबला रहा है।
कृष्ण लाल पंवार 2009 में इनेलो की टिकट पर और 2014 में भाजपा की टिकट पर विधायक चुने गये जबकि बलबीर वाल्मीकि कांग्रेस की टिकट पर 2019 में इसराना से विधायक चुने गये। इन दोनों के बीच अब चौथी बार चुनावी संग्राम होने वाला है। कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि ने विधायक बनने के 2-1 के आंकड़े को 2-2 करने का दावा किया है और पंवार इसे 3-1 का करने को लेकर चुनावी शुक्रवार से ही अपना चुनाव प्रचार शुरू कर चुके हैं।
गौर हो कि कृष्ण लाल पंवार पुराने असंध हलके से 1991, 1996 व 2000 में विधायक बने हैं। उसके उपरांत इसराना हलके से 2009 व 2014 में विधायक बने और 2014 में विधायक बनने के बाद परिवहन मंत्री भी रहे हैं। कृष्ण लाल पंवार 2 अगस्त 2022 को हरियाणा से राज्यसभा के सांसद चुने गये और अब भाजपा ने उनको इसराना हलके से टिकट दिया गया है।
इसराना में तीन बार के परिणाम
इसराना हलके में परिसीमन के बाद पहली बार 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में इनेलो के कृष्णलाल पंवार को 43905 वोट व कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि को 41725 वोट मिले थे और कृष्ण लाल पंवार ने 2180 के मार्जिन से बलबीर वाल्मीकि को हराया था। वहीं 2014 में पंवार को इनेलो का टिकट नहीं मिला तो वे भाजपा में शामिल हो गये। 2014 के चुनाव में कृष्ण लाल पंवार को 40277 और बलबीर वाल्मीकि को 38449 वोट मिले, जिसमें कृष्ण लाल पंवार 1828 वोटों से विजयी रहे जबकि 2019 के चुनाव में कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि को 61376 वोट मिले और भाजपा के पंवार को 41361 वोट मिले, इसमें बलबीर वाल्मीकि 20015 के मार्जिन से विधायक चुने गये। इस बार होने वाले चुनाव में इन दोनों में से कौन विधायक बनेगा, इसका फैसला हलके के मतदाता पांच अक्तूबर को होने वाला चुनाव में करेंगे।