सफीदों, 7 सितंबर (निस)
सफीदों में शनिवार को पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर फिर पीला झंडा थाम लिया। हजारों समर्थकों के साथ नगर में शक्ति प्रदर्शन किया और फिर यहां पुरानी अनाज मंडी में ‘इंसाफ सम्मेलन’ के नाम पर जनसभा की। इस मौके पर समर्थकों में ‘जान’ फूंकते हुए बचन सिंह आर्य ने कहा कि ‘यू मेरा आखिरी चुनाव है जिता दोगे तो सारे रोग काट दयूंगा’। उन्होंने कहा कि हमने और आपने मिलकर भाजपा के दो सांसद बनाए लेकिन इस चुनाव में टिकट आवंटन के मामले में भारतीय जनता पार्टी ने सफीदों की जनता के हकों पर डाका डाल दिया। इसके खिलाफ इंसाफ की लड़ाई हमारा धर्म है। उन्होंने कहा कि इस बार जिला जींद में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलेगी। हरियाणा में निर्दलीय सरकार बनाएंगे और हम जीत कर जिस पार्टी की सरकार को समर्थन देंगे उससे मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री के पद की मांग करेंगे। बचन सिंह ने कहा कि झारखंड में एक बार अकेला निर्दलीय विधायक भी मुख्यमंत्री बन गया था तो फिर यहां यह स्थिति क्यों संभव नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि चुनाव में लोग पैसे देने आएंगे, एक हजार करोड़ भी दें तो ठुकरा देना और अपना चुनाव कम से कम 20 हजार मतों से जीतना। जनसभा के बाद बचनसिंह आर्य ने आजाद उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया।
बारिश में डटी रही भीड़
पांडाल में हजारों की भीड़ बारिश में भीगने के बावजूद भी आखिर तक डटी रही। खुद बचनसिंह आर्य भीगते रहे और कभी भाजपा तो कभी अन्य विरोधियों पर कटाक्ष छोड़ते रहे। वर्ष 1991 में यहां से कांग्रेस टिकट के साथ जीतकर बचन सिंह आर्य भजनलाल की सरकार में राज्य मंत्री रहे। वर्ष 2019 का चुनाव उन्होने भाजपा की टिकट पर लड़ा जिसमे वह कांग्रेस के सुभाष गांगोली से 3658 मतों से हार गए।