तरुण जैन/हप्र
रेवाड़ी, 7 सितंबर
रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा द्वारा लक्ष्मण सिंह यादव को प्रत्याशी बनाये जाने पर टिकट कटने से आहत सतीश खोला ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के अपने ऐलान को 24 घंटे में वापस ले लिया है।
इस ऐलान से बागियों की सूची से एक महत्वपूर्ण नाम कम होने पर लक्ष्मण सिंह को बड़ी राहत मिली है। वे स्वयं रेवाड़ी स्थित सतीश खोला के घर पर गये और उनसे गले मिलते ही गिले-शिकवे दूर हो गए। माना जा रहा है कि हाई कमान से उन्हें पूरा मान-सम्मान दिये जाने का आश्वासन मिला है। सतीश खोला भाजपा के एक समर्पित व मजबूत नेता हैं। जिला अध्यक्ष रहने के साथ-साथ वे सरकार के पीपीपी स्टेट कोऑर्डिनेटर भी रहे हैं। वे सुबह-शाम अपने रेवाड़ी स्थित निवास पर लोगों की समस्याओं को सुन उनका निराकरण करते देखे जा सकते हैं। इसी बूते वे टिकट की आस लगाए बैठे थे लेकिन ऐसा हो नहीं सका। उनके स्थान पर पार्टी ने कोसली के वर्तमान विधायक लक्ष्मण सिंह यादव को रेवाड़ी से चुनावी मैदान में उतार दिया। टिकट की घोषणा होते ही एक दर्जन से अधिक दावेदारों में नाराजगी व रोष का दौर शुरू हो गया। लक्ष्मण की उम्मीदवारी के खिलाफ गुप्त मंत्रणाएं भी हुई। इसी बीच सतीश खोला ने ऐलान कर दिया कि वे निर्दलीय के तौर पर जनता के बीच जाएंगे। लक्ष्मण सिंह शुक्रवार को सतीश खोला से मिलने उनके नगर के सेक्टर-1 निवास स्थान पर पहुंचे और उन्हें गले लगाकर सहयोग व समर्थन मांगा। उनके गले लगने की फोटो वायरल भी हो रही है। गले मिलने के बाद पार्टी हाईकमान का बुलावा आ गया और दिल्ली में मुलाकातों के बाद वे पसीज गये।
सतीश खोला ने बातचीत में कहा कि हाईकमान से बुलावा आने पर वे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व बड़े नेताओं से मिले। अब वे पार्टी के निर्देश में पार्टी से घोषित प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के साथ तन-मन से खड़े हैं और उन्हें जिताकर विधानसभा में भेजने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने पुष्टि की कि लक्ष्मण सिंह उनके निवास पर आकर उनसे मिले हैं। माना जा रहा है कि सतीश खोला को पार्टी हाई कमान से चुनाव उपरांत पूरा मान-सम्मान दिये जाने का पूरा भरोसा दिया गया है।