पंचकूलावासी रहते हैं सरकार के साथ
एस.अग्निहोत्री/हप्र
पंचकूला, 8 सितंबर
इसे महज संयोग मानें या हलकावासियों की दूरदृष्टि, पंचकूला के मतदाता उसी पार्टी के विधायक को चुनते आए हैं जिस पार्टी की प्रदेश में सरकार बनती है। पिछले कई चुनावों में ऐसा ही होता आया है। लेकिन कालका में स्थित इससे विपरीत रहती रही है। प्रदेश में जिस पार्टी की सरकार बनी अकसर कालका से उस पार्टी का विधायक नहीं बना जिसका खामियाजा भी हलके ने भुगता।
पंचकूला के लोग अकसर प्रदेश में हवा कर रुख भांप कर वोटिंग करते रहे हैं। पिछले 15 साल से ऐसा ही होता आया है। वर्ष 2009 में कालका से अलग होने के बाद पंचकूला हलके से कांग्रेस की टिकट अम्बाला के विधायक डीके बंसल को दी गई। उन पर बाहरी होने का टैग लगा, बावजूद इसके पंचकूला के मतदाता ने उन्हें इनेलो के योगराज के मुकाबले 12260 वोटों के अंतर से विजयी बनाया और इस साल प्रदेश में सरकार भी कांग्रेस की बनी। इसी प्रकार वर्ष 2014 में पंचकूला के लोगों ने भाजपा के उम्मीदवार ज्ञान चंद गुप्ता को इनेलो के कुलभूषण गोयल के मुकाबले 44602 वोटों के बड़े अंतर से जीत दिलाकर विधानसभा भेजा और प्रदेश में सरकार भी भाजपा की ही बनी। इसी प्रकार वर्ष 2019 में फिर भाजपा के ज्ञान चंद गुप्ता कांग्रेस के उम्मीदवार चंद्रमोहन से 5633 वोटों के अंतर से जीत गये। इस बार भी प्रदेश में सरकार भाजपा की बनी।
दूसरी ओर, साथ लगते कालका हलके के लोग अकसर विपक्ष के साथ चलते रहे हैं। प्रदेश में सरकार जिस पार्टी की होती है, कालका से ज्यादातर विधायक विपक्ष का ही बनता आया है। हालांकि वर्ष 2014 इसका अपवाद रहा जब दी लहर के चलते भाजपा की टिकट पर कालका से विधानसभा चुनाव लड़ीं लतिका शर्मा को लोगों ने विधायक बनाकर भेजा और प्रदेश में सरकार भी भाजपा की बनी। इसी प्रकार वर्ष 2019 में कालका से प्रदीप चौधरी कांग्रेस की टिकट पर विजयी हुए लेकिन सरकार भाजपा की बनी। इससे पूर्व वर्ष 2009 में भी प्रदीप चौधरी इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़े और जीत हासिल की, लेकिन तब सरकार कांग्रेस की बनी थी। इससे पूर्व वर्ष 2005 में विधायक चंद्रमोहन कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीते और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हूड्डा बने जिनके साथ चंद्रमोहन का छत्तीस का आंकड़ा रहा। इसी प्रकार वर्ष 2000 में चौधरी ओम प्रकाश चौटाला की सरकार बनी लेकिन कालका से विधायक कांग्रेस के चंद्रमोहन बने। इसी प्रकार वर्ष 1996 में चौधरी बंसी लाल की सरकार प्रदेश में बनी लेकिन कांग्रेस के चंद्रमोहन यहां से चुनाव जीते।
कालका में प्रदीप चौधरी और शक्तिरानी शर्मा के बीच मुकाबला
इस बार विधानसभा चुनाव में कालका हलके में कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप चौधरी और भाजपा उम्मीदवार शक्तिरानी शर्मा के बीच मुकाबला है। दोनों उम्मीदवार हैवीवेट हैं जिससे इस बार मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है।
पंचकूला में भाजपा के ज्ञान चंद गुप्ता, कांग्रेस ने घोषित नहीं किया उम्मीदवार
पंचकूला सीट से भाजपा ने ज्ञान चंद गुप्ता को उम्मीदवार घोषित किया है, लेकिन अभी तक कांग्रेस ने यहां से किसी को भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। टिकट के लिए पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन, पवन बंसल के बेटे मनीष बंसल और पूर्व मेयर उपेंद्र आहलुवालिया जोर लगा रहे हैं।