अम्बाला शहर विधानसभा सीट
जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 8 सितंबर
हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 भाजपा के लिए अम्बाला शहर हलके से जीत की दूसरी हैट्रिक लगाने का दुर्लभ अवसर भी है और चुनौती भी। अभी तक मास्टर शिव प्रसाद ने ही 1977, 1983 व 1987 के विधानसभा चुनाव जीत कर पहली हैट्रिक लगाई थी जो भाजपा परिवार के ही वरिष्ठ नेता थे।
दरअसल, अम्बाला शहर विधानसभा क्षेत्र परम्परागत तौर पर पहले भारतीय जनसंघ और फिर भाजपा का गढ़ रहा है। वर्ष 2019 तक यहां हुए कुल 13 विधानसभा आम चुनावों में से 8 बार जनसंघ-भाजपा जबकि 5 बार कांग्रेस प्रत्याशी विजयी रहे हैं। अब भाजपा ने लगातार तीसरी बार अपने युवा नेता असीम गोयल पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट थमाया है जो अब तक के चुनावी इतिहास में दूसरी बार हो रहा है। वर्तमान में वह नायब सरकार में परिवहन, महिला एवं बाल कल्याण विभाग के मंत्री हैं। इससे पहले मास्टर शिव प्रसाद को लगातार तीसरी बार मौका मिला था और वे हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे थे। अब 2024 का विधानसभा चुनाव भाजपा के युवा नेता असीम गोयल के लिए इस दुर्लभ अवसर लाया है। हालांकि वर्ष 2014 में हैट्रिक बनाने का अवसर पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा को भी मिला था लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाए थे और उन्हें हराकर असीम गोयल पहली बार विधानसभा पहुंचे तो 2019 में उन्होंने अपनी जीत दोहराने का काम किया। विनोद शर्मा भी 2014 में कांग्रेस छोड़कर स्वयं स्थपित हरियाणा जनचेतना पार्टी-वी के बैनर तले चुनाव लड़े थे।
असीम गोयल अगर 8 अक्तूबर को एक बार वह फिर शहर सीट से निर्वाचित होकर विधायक बनते हैं, तो इस हलके से वह स्वर्गीय मास्टर शिव प्रसाद के बाद ऐसा करने वाले दूसरे भाजपा नेता एवं पहले युवा बन जाएंगे। हालांकि तीसरी बार जीतना असीम के लिए कड़ी चुनौती होगी। तीन महीने पूर्व मई-जून 2024 में ही लोकसभा के आम चुनाव में अम्बाला अनुसूचित जाति आरक्षित लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले कुल 9 विधानसभा हलकों में भाजपा केवल 4 विधानसभा हलकों मसलन अम्बाला कैंट, कालका, पंचकूला और यमुनानगर में ही कांग्रेस से अधिक वोट प्राप्त कर पाई थी जबकि अम्बाला शहर विधानसभा सीट से भाजपा को कांग्रेस से करीब 6 हजार वोट कम मिले थे। उस चुनाव में 18 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अम्बाला लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया के प्रचार के लिए शहर पुलिस लाइन मैदान में आयोजित रैली में भी शामिल हुए थे, इसके बावजूद कांग्रेस उम्मीदवार वरुण चौधरी मुलाना ने करीब 50 हजार वोटों के अंतर से भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया को पराजित कर दिया था।
अक्तूबर 2019 में मौजूदा 14वीं हरियाणा विधानसभा के आम चुनावों में शहर हलके से असीम गोयल दोबारा विधायक निर्वाचित हुए थे। उस समय शहर मतदाताओं की संख्या 2 लाख 54 हज़ार थी जबकि मतदान का प्रतिशत 60.5 प्रतिशत रहा था। असीम ने कांग्रेस के बागी एवं निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले निर्मल सिंह मोहड़ा को 8952 वोटों के अंतर से हराया था। असीम को 64, 896 वोट मिले थे जबकि निर्मल को 55,944 वोट मिले थे। कांग्रेस के जसबीर मलौर मात्र 20091 वोट हासिल कर पाए थे।
इससे पहले अक्तूबर 2014 में असीम गोयल ने चुनाव में राजनीति के दिग्गज खिलाड़ी विनोद शर्मा को 23 हजार से ज्यादा वोट से पराजित किया था। कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी हिम्मत सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे। उस चुनाव में असीम को कुल 60,216 वोट मिले थे जो उस चुनाव में कुल डाले गए वैध मतों के 37.30 प्रतिशत थे।