संयुक्त राष्ट्र, 8 सितंबर (एजेंसी)
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने कहा कि भारत बहुपक्षवाद का उत्साही एवं प्रतिबद्ध समर्थक रहा है और 1.4 अरब की आबादी वाले लोकतंत्र के रूप में वैश्विक मामलों में निरंतर मजबूत योगदान देने के लिए उसका उज्ज्वल भविष्य है। फ्रांसिस ने 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस सत्र के प्रमुख के तौर पर सोमवार को अपना एक साल का कार्यकाल खत्म होने से पहले ये टिप्पणियां कीं।
फ्रांसिस ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है-भारत निश्चित तौर पर संयुक्त राष्ट्र में अग्रणी देश है। भारत बहुपक्षवाद का उत्साही और प्रतिबद्ध समर्थक रहा है, जिसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा काफी महत्व दिया जाता है।’ कैमरून के पूर्व प्रधानमंत्री फिलेमन यांग 10 सितंबर को महासभा के 79वें सत्र के अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे। फ्रांसिस ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि विश्व निकाय में भारत की भूमिका जारी रहे और मजबूत होती रहे। उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि भारत की सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने की महत्वाकांक्षा है। सदस्य इस पर फैसला लेंगे कि उन्हें परिषद में कैसे सुधार करना है, सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व करने के लिए कौन-से देश सबसे उपयुक्त होंगे और शक्तियों का विभाजन किस तरह से किया जाएगा।’