भिवानी, 8 सितंबर (हप्र)
युवा जागृति एवं जनकल्याण मिशन ट्रस्ट की ओर से स्थानीय हनुमान ढाणी स्थित हनुमान जोहड़ी मंदिर में श्रीकृष्ण छठी पूजन महोत्सव के तहत संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया। सात दिवसीय इस कार्यक्रम की शुरुआत रविवार को भव्य कलश यात्रा से की गई। इस दौरान 1100 महिलाओं ने कलश यात्रा में भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य यजमान के तौर पर मनोज दीवान, सरिता दीवान, अमित गोयल रीतू गोयल पहुंचे। संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 14 सितंबर से रोजाना दोपहर 2 बजे से सांय 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा। जिसमें श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर साध्वी शक्तिपुरी जी महाराज कथा का वाचन करेंगी तथा सान्निध्य हनुमान जोहड़ी मंदिर के महंत बालयोगी चरणदास महाराज का रहेगा।
रविवार को कलश यात्रा स्थानीय पुष्प वाटिका से शुरू होकर हनुमान जोहड़ी धाम पर संपन्न हुई। जिसमें 1100 महिलाएं सिर पर कलश रखकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कथा स्थल तक पहुंचीं। इस दौरान छोटी काशी का माहौल पूरी तरह से भक्तिमय रहा। कलश यात्रा का महत्व बताते हुए बालयोगी महंत चरणदास महाराज ने कहा कि सिर पर कलश रखने वाले श्रद्धालुओं की आत्मा पवित्र व निर्मल होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे भक्तों पर भगवान की विशेष कृपा होती है। कलश यात्रा में तीनों देव ब्रह्मा, विष्णु व महेश के साथ-साथ 33 कोटि देवी-देवता स्वयं कलश में विराजमान होते हैं। कलश को धारण करने वाले जहां से भी भ्रमण करते हैं वहीं की धरा स्वयं सिद्ध हो जाती है। जो अपने सिर पर कलश धारण करता है उसकी आत्मा को ईश्वर पवित्र और निर्मल करते हुए अपनी शरण में ले लेते हैं। जिनके तमाम रोग दोष विकारों का भगवान हरण कर देते हैं। कथा का वाचन करत हुए श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर साध्वी शक्तिपुरी जी महाराज ने कहा कि विश्व में सभी कथाओं में श्रीमद्भागवत कथा श्रेष्ठ मानी गई है।