मंडी अटेली, 8 सितंबर (निस)
अटेली अनाज मंडी में टूटी सड़कें अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। यहा की टूटी सड़कें व बारिश के पानी की किसी प्रकार की भी निकासी न होने से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 10 साल बीत गये लेकिन वर्षा के पानी की निकासी के अलावा इसकी टूटी चाहरदीवारी का कार्य पूर्ण नहीं हुआ। अनाज मंडी में मीठे पानी की व्यवस्था नहीं होने से यहा आने वाले किसानों, पल्लेदारों व आढ़तियों को खारा पानी पीने को मजबूर है। अनाज मंडी में सत्ताधारी भाजपा नेता पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव, पूर्व विधायक नरेश यादव का कार्यालय होने के साथ यहा पर अन्य नेताओं के भी ऑफिस हैं। बारिश के कारण तो यहा का सीवरेज तंत्र भी रूकनेे के कारण मंडी में रहने वालों की परेशानियां ज्यादा बढ़ गई है। अनाज मंडी में बिजली के हाई वाल्टेज की लाइन गुजरने के कारण हमेशा करंट का खतरा बना रहता है। आढ़तियों व किसानों के बार-बार गुहार लगाने पर भी इसको शिफ्ट नहीं किया गया है। जानकारी के अनुसार अटेली अनाज मंडी को तत्कालीन सीएम ने 32 एकड़ में इसका निर्माण करवाया था।
अटेली अनाज मंडी का शिलान्यास तत्कालीन सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने 2003 किया तथा भवन का उद्घाटन 2009 में हुआ था। यहां पर 20 बाई 85 की 120 दुकानें, 20 बाई 50 की 40 दुकानें, 12 बाई 27 के 42 बूथ हैं।
सब्जी मंडी की 15 बाई साढ़े 37 की 17 दुकानों में 5 बनी हुई है। मंडी में ग्रीन बेल्ट अनपयोगी बनी हुई है। उसमें गंदगी स्थिति बनी हुई है।