मनीमाजरा (चंडीगढ़), 9 सितंबर (हप्र)
कथक नृत्यांगना पल्लवी पिंगे ने भारतीय नृत्य विद्यालय कालकुंज, चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी (सीएसएनए) के सहयोग से महाराष्ट्र भवन में 60वें गणेश पूजा महोत्सव के दौरान महान कवि कालिदास द्वारा लिखित महाकाव्य पर आधारित शास्त्रीय नृत्य नाटक मेघदूतम प्रस्तुत किया। मेघदूत प्रेम और लालसा की एक कालातीत कहानी है, जो दूत का रूप लेने वाले बादल के उत्साह के माध्यम से खोजी गई है। कोरियोग्राफी और निर्देशन पल्लवी पिंगे ने किया था और नृत्य नाटक उनके छात्रों द्वारा किया गया था। शाम को भारतीय शास्त्रीय और भक्ति रचनाओं पर शानदार प्रदर्शन भी हुए। भरतनाट्यम कलाकार गुंजन बरोदिया ने भरतनाट्यम अनुक्रम प्रस्तुत किया जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शाइन और अद्विका ने भगवान गणेश की वंदना प्रस्तुत की । कन्हारी पिंगे ने गंगा स्रोत्र प्रस्तुत किया, जबकि श्रुति ने मल्हार जाम नामक फ्यूजन पीस प्रस्तुत किया। इन सभी प्रस्तुतियों को पल्लवी पिंगे ने कोरियोग्राफ किया। कार्यक्रम का संचालन सुश्री संगीता बेलोकर ने किया। यह कार्यक्रम ट्राइसिटी में रहने वाले विभिन्न समुदायों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए सीएसएनए की चल रही पहल के तहत आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में अधिकारी सुदेश शर्मा, राजेश अत्रे, अमित गंगानी भी उपस्थित थे।