इकबाल सिंह शांत/निस
डबवाली, 9 सितंबर
इनेलो-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार आदित्य चौटाला ने सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले विशाल रैली के माध्यम से अपनी राजनीतिक शक्ति का प्रदर्शन किया। अनाज मंडी में सोमवार को आयोजित रैली में मुख्य अतिथि के रूप में शिरोमणि अकाली दल की वरिष्ठ नेता हरसिमरत कौर बादल मौजूद थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों द्वारा मनमर्जी का राज चलाने के लिए क्षेत्रीय पार्टियों को ख़त्म करने की साजिशें रच रही हैं। हरसिमरत कौर बादल ने लोगों से क्षेत्रीय पार्टियों को मज़बूत करने का आह्वान करते कहा कि यदि लोकसभा चुनाव में पंजाब व हरियाणा में सभी 23 लोकसभा सीटों पर क्षेत्रीय पार्टियों के उम्मीदवारों को जिताया जाता तो देश में भाजपा की किसान विरोधी सरकार नहीं बन सकनी थी। उन्होंने भाजपा व कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों के धुल चटाने के लिए हरियाणा में इनेलो की सरकार बनना बेहद जरूरी है। स्व. बादल व चौधरी देवीलाल के अंदर मजदूर व गरीबों की रूह थी। उन्होंने दोनों राज्यों के विकास को नयी दिशा देकर किसानों, मजदूरों व दबे कुचले लोगों के लिए संघर्ष किया। हरसिमरत बादल ने आदित्य चौटाला को जीताकर विधानसभा भेजने की अपील की। अभय चौटाला की पत्नी कांता चौटाला ने कहा कि आदित्य चौटाला ने परिवार को जोड़ने की दिशा में कदम बढ़ाया है। आप सब लोग उनका साथ देकर विधायक चुनकर भेजें। इनेलो प्रत्याशी आदित्य चौटाला ने आप मुझे एक वोट डालोगे आपको चार-चार विधायक मिलेंगे। आपको संदीप चौधरी, डबवाली शहर से विनोद अरोड़ा, वह खुद व अभय सिंह चौटाला एमएलए मिलेंगे। आदित्य ने दावा किया कि उन्हें वोट डालने से क्षेत्र में किसी चीज की कमी नहीं रहेगी। उन्होंने वायदा किया वे डबवाली की तकदीर और तस्वीर बदलने का काम करेंगे।
इस अवसर पर नवांशहर से बसपा विधायक नछत्र पाल सिंह, पूर्व विधायक डॉ. सीताराम, वरिष्ठ नेता संदीप चौधरी, रवि चौटाला, शहरी अध्यक्ष संदीप गर्ग, हलका अध्यक्ष विनोद अरोड़ा, अजनिष कैनेडी, बसपा नेता लीलूराम आसाखेड़ा, मीनू फताकेरा, नप चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा व सुखविंदर सूर्या ने अपने विचार रखे।
पर्चा भरा
आदित्य चौटाला ने पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की मौजूदगी में एसडीएम अर्पित संगल के सम्मुख नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र भरने से पहले आदित्य चौटाला गुरुद्वारा श्री चोरमार साहब, ामपुरा बिशनोईयां में गोगी मेड़ी मंदिर, गांव रामगढ़ के डेरे में स्थित शिवजी मंदिर, गांव चौटाला में भोलागिरी डेरा व भोमि जी मंदिर में नतमस्तक हुए। स्व. दादा देवीलाल की जन्मस्थली तेजाखेड़ा में नतमस्तक हो उनके रास्तों पर चलने का प्रण लिया।