दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 10 सितंबर
हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की जुगत में लगी सत्तारूढ़ भाजपा ने इस बार टिकट आवंटन में पूरी तरह से सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाया है। अपनी गैर-जाट राजनीति को आगे बढ़ाते हुए भाजपा ने पिछले चुनावों के मुकाबले जाट कोटा इस बार घाटा दिया है। 2019 के चुनावों में 20 से अधिक जाट नेताओं को चुनाव लड़वाया गया था। इस बार भाजपा ने 16 ही विधानसभा क्षेत्रों में जाट उम्मीदवार उतारे हैं।
वहीं ब्राह्मण व पंजाबी कोटे में बढ़ोतरी है। 11 विधानसभा क्षेत्रों में ब्राह्मण उम्मीदवार दिए हैं। वहीं इतने ही हलकों में पंजाबी नेताओं पर पार्टी ने भरोसा जताया है। 2019 के चुनावों के मुकाबले वैश्य बिरादरी को इस बार कम सीटें मिली हैं। पांच ही बनियों को पार्टी ने टिकट दिया है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सभी 17 सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। वहीं ओबीसी वोट बैंक को साधते हुए 17 हलकों में पिछड़ा वर्ग के नेताओं को टिकट मिला है।
भाजपा ने अपने पहली लिस्ट में 13 जाट उम्मीदवार उतारे थे। मंगलवार को जारी हुई लिस्ट में तीन और जाट नेताओं – बरोदा से प्रदीप सांगवान, राई से कृष्णा गहलावत और हथीन से मनोज रावत को टिकट दिया है। नौ ब्राह्मणों को पार्टी ने पहली लिस्ट में उम्मीदवार बनाया था। वहीं दूसरी लिस्ट में गन्नौर से देवेंद्र कौशिक और पिहोवा से जयभगवान शर्मा ‘डीडी’ को टिकट दिया है। इसी तरह पहली टिकट में शामिल आठ पंजाबी उम्मीदवारों के बाद भाजपा ने इस बार तीन और पंजाबी नेताओं को टिकट दिया है।
इनमें ऐलनाबाद से अमीर चंद मेहता, रोहतक से मनीष ग्रोवर और बड़खल से धनेश अदलखा शामिल हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के बाद सैनी कोटे से पूर्व विधायक डॉ़ पवन सैनी दूसरे उम्मीदवार होंगे, जिन्हें पार्टी ने टिकट दिया है। उन्हें नारायणगढ़ से प्रत्याशी घोषित किया है। भाजपा के कुल 17 ओबीसी प्रत्याशियों में छह यादव और पांच गुर्जर भी शामिल हैं। बिश्नोई कोटे से आदमपुर में भव्य बिश्नोई और फतेहाबाद में दूड़ाराम बिश्नोई को पहले ही प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है। घरौंडा से हरविंद्र कल्याण और पूंडरी सीट से सतपाल जाम्बा को टिकट देकर रोड़ समुदाय को भी उचित प्रतिनिधित्व दिया है।
हरियाणा के राजपूत वोट बैंक को अपने साथ जोड़े रखने के लिए भी भाजपा ने इस बार राजपूत कोटे को बढ़ा दिया है। रादौर से पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा को पहले ही टिकट दिया जा चुका है। दूसरी लिस्ट में असंध से करनाल जिलाध्यक्ष योगेंद्र राणा को उम्मीदवार बनाया है। सोहना विधायक व नायब सरकार में राज्य मंत्री संजय सिंह की टिकट पहली लिस्ट में कट गई थी। लेकिन राजपूत कोटे से अब संजय सिंह को नूंह से टिकट दिया है। मुस्लिम बाहुल्य इस सीट पर भाजपा ने हिंदू कार्ड खेला है। वहीं पिहोवा से सिख की टिकट कटने के बाद यह कोटा डबवाली में सरदार बलदेव सिंह मांगीयाना के रूप में पूरा कर दिया है।
किस वर्ग को कितनी टिकट
जाति टिकट
जाट 16
एससी 17
ब्राह्मण 11
पंजाबी 11
वैश्य 05
ओबीसी 17
बिश्नोई 02
रोड़ 02
मुस्लिम 02
राजपूत 03
सिख 01
कुल 87
(नोट : तीन विस क्षेत्रों के प्रत्याशियों का ऐलान होना बाकी है)