गुरतेज सिंह प्यासा/निस
संगरूर 12 सितंबर
जिला मालेरकोटला के गांव माहोली कलां में पिछले डेढ़ साल से स्वास्थ्य विभाग द्वारा सील किए जाने के बावजूद धड़ल्ले से चलाए जा रहे नशा छुड़ाओ केंद्र में भर्ती 27 वर्षीय युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस संबंध में पुलिस ने नशा छुड़ाओ केंद्र के संचालक को गिरफतार कर लिया है। मृतक का पोस्टमार्टम किया गया और जांच के लिए सैंपल लैब भेज दिए गए हैं।
गांव बनभोरी निवासी गुरमेल सिंह ने बताया कि उसके बेटे रमनदीप सिंह को समराला के नजदीक गांव राजेवाल में चल रहे नशामुक्ति केंद्र के कर्मचारी 5 सितंबर को घर से भर्ती कराने के लिए अपनी गाड़ी में नशामुक्ति केंद्र ले गए। रमनदीप सिंह की बहन हरदीप कौर, निवासी गेहलां द्वारा थाना संदोड़ में दर्ज बयानों के अनुसार गांव राजेवाल में नशामुक्ति केंद्र के मालिक सुखविंदर सिंह, निवासी गांव सहारनमाजरा उसके भाई रमनदीप सिंह को नशीला पदार्थ खिलाकर परिवार को बिना बताये गांव राजेवाल स्थित सेंटर की बजाय गांव महोली कलां ले गए। हरदीप कौर के मुताबिक तीन दिन बाद 8 सितंबर को नशामुक्ति केंद्र के मालिक सुखविंदर सिंह ने रमनदीप के साले के बेटे दिलप्रीत सिंह हथोआ को फोन कर कहा कि रमनदीप की मौत दिल का दौरा पड़ने से हो गई है। सिविल अस्पताल मालेरकोटला में रमनदीप के शव का पोस्टमार्टम करवाने पहुंची हरदीप कौर ने कहा कि उसके भाई के शरीर पर चोटों के निशान दर्शाते हैं कि उसके भाई को अमानवीय यातनाएं देकर मारा गया है। थाना संदोड़ के एसएचओ इंस्पेक्टर यादविंदर सिंह के मुताबिक हरदीप कौर के बयानों पर इरादा हत्या का मामला दर्ज कर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बहरहाल, पिछले डेढ़ साल से सील होने के बावजूद माहोली कलां गांव में चल रहे इस नशामुक्ति केंद्र से स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी पूरी तरह अंजान हैं।
पिछले साल 18 जनवरी को सील हुआ था केंद्र
जिला मेडिकल कमिश्नर मालेरकोटला डाॅ. रिश्मा भौरा ने स्पष्ट किया कि यह नशामुक्ति केंद्र 18 जनवरी, 2023 को विभाग द्वारा सील कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि इस केंद्र के बारे में एसएमओ फतेहगढ़ पंजगराईं से पूरी रिपोर्ट तलब की गई है। आज सिविल अस्पताल मालेरकोटला में डॉक्टरों के तीन सदस्यीय बोर्ड ने रमनदीप सिंह के शव का पोस्टमार्टम किया। मेडिकल बोर्ड में डाॅ. हेमंत सिंगला, डाॅ. मोहम्मद बिलाल और डॉ. वाटिका कपूर व अन्य शामिल थे। डॉ. हेमंत सिंगला के मुताबिक पोस्टमॉर्टम के दौरान पैर के निचले हिस्से में कई जगह घाव पाए गए हैं। वहीं शव के अवशेषों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है।