नरवाना, 13 सितंबर (निस)
हिंदी भाषा न केवल भारत की पहचान है, बल्कि यह हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति और संस्कारों की सच्ची संवाहक, संप्रेषक और परिचायक भी है। हिन्दी भाषा के प्रति लगाव रखने वाले व अनुभवी अध्यापक साहित्यकार प्रदीप जागलान ने यह विचार आज हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में कहे। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा की सरलता, सहजता और वैज्ञानिक स्वरूप इसे विश्व भर में एक महत्वपूर्ण भाषा बनाता है। यह भाषा हमारे जीवन मूल्यों और संस्कारों को व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। हिंदी भाषा देश की राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हिंदी भाषा बहुत सरल, सहज और सुगम होने के साथ विश्व की संभवत: सबसे वैज्ञानिक भाषा है। इसे दुनिया भर में समझने, बोलने और चाहने वाले लोग बहुत बड़ी संख्या में मौजूद हैं।