सोनीपत, 13 सितंबर (हप्र)
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के गांव बड़ौली में स्थित सरकारी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनाने पर बवाल हो गया। यह कार्यक्रम 11 सितंबर को हुआ था। हिजाब पहने हुए छात्राओं की फोटो वायरल होने पर हिंदू संगठन और ग्रामीणों ने शुक्रवार को स्कूल में पहुंचकर जमकर हंगामा किया। संगठनों के पदाधिकारियों का आरोप है कि स्कूल में बच्चों को मुस्लिम बनने की शिक्षा की दी जा रही है। संगठनों ने शिक्षा विभाग से स्कूल स्टॉफ के तबादले की मांग की। उधर, इसकी सूचना मिलने पर एसीपी वेस्ट मुकेश जाखड़ और मुरथल थाना से पुलिस टीम स्कूल में पहुंची। बाद में स्कूल प्राचार्य और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भविष्य में किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले कार्यक्रम नहीं कराने का आश्वासन दिया जिसके बाद मामला शांत हुआ।
अखंड हिंदू स्वाभिमान संगठन के अध्यक्ष मनीष राई की अगुआई में ग्रामीण स्कूल में पहुंचे तथा उन्होंने स्कूल प्रशासन और शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। मनीष राई का आरोप है कि हिंदू छात्राओं को उनके धर्म के प्रति बरगलाया जा रहा है। स्कूूल में ईद के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें छात्राओं को हिबाज भी पहनाया गया। इससे हिंदू विद्यार्थियों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। एक सुनियोजित साजिश के तहत ही स्कूल में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसलिए स्कूल स्टॉफ का न केवल तबादला किया जाए, बल्कि उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाए।
शिक्षा विभाग ने कैलेंडर मेें शामिल की थी ईद की गतिविधि
शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूलों में कराए जाने वाले कार्यक्रमों का कैलेंडर जारी किया था। कैलेंडर के अनुसार ही सितंबर में ईद के उपलक्ष्य में स्कूलों में गतिविधियां कराई जानी है। स्कूल मेें 11 सितंबर को बडौली गांव के सरकारी स्कूल में छात्राओं ने लघु नाटिका का मंचन किया गया। इसमें भाग लेने वाली मुस्लिम समुदाय की छात्राओं ने हिजाब बनकर अपनी प्रस्तुति दी थी जिसमें उन्होंने ईद के बारे में बताया था। स्कूल में यह कार्यक्रम शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ था। स्कूल प्राचार्य प्रवीण का कहना है कि कार्यक्रम आयोजित करने के पीछे लक्ष्य विद्यार्थियों को सर्व धर्म के बारे में जानकारी देना था। कार्यक्रम भी शिक्षा विभाग के जारी कैलेंडर के अनुसार ही कराया गया है।
“शिक्षा विभाग की तरफ से गतिविधियां कराने का कैलेंडर जारी किया गया था। उसके अनुसार ही स्कूल में गतिविधि कराई गई है। किसी भी धर्म के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का उद्देश्य नहीं था। विद्यार्थियों को गतिविधि से केवल ईद पर्व के बारे में ही जानकारी देना लक्ष्य था। हिंदू संगठन और ग्रामीणों को भी समझा दिया गया है। भविष्य में इस तरह की गतिविधियों के कराने पर रोक लगाई जाएगी, जिससे किसी भी धर्म के लोगों की भावनाएं आहत होती हो।”
-जितेंद्र कुुमार, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, सोनीपत
“स्कूल पर प्रदर्शन करने की सूचना मिली थी जिसके बाद वे स्वयं भी स्कूल में टीम के साथ पहुंच गए थे। बाद में स्कूल प्राचार्य व अधिकारियों के माफी मांगने और भविष्य में इस तरह के कार्यक्रम नहीं कराने का आश्वासन दिया था। जिसके बाद प्रदर्शनकारी शांत होकर वापस चले गए थे।”
-मुकेश जाखड़, एसीपी, वेस्ट, सोनीपत