मनीमाजरा (चंडीगढ़), 15 सितंबर (हप्र)
पिछले दो सालों से सफलतापूर्वक आयोजित हो रहे गली क्रिकेट टूर्नामेंट, यूटी क्रिकेट एसोसिएशन के लिये वरदान साबित हुये। गत साल की तुलना में चंडीगढ़ में क्रिकेट के रजिस्ट्रेशन में एकाएक सौ फीसदी का उछाल इसका जीवंत प्रमाण है।
यह बात यूटी क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय टंडन ने रविवार को एक होटल में आयोजित यूटीसीए की 44वीं वार्षिक आम सभा के दौरान दोहराई। टंडन ने आंकड़े पेश करते हुये बताया कि क्रिकेट के प्रति युवाओं का रुझान बढ़ा, जिसके लिये गली क्रिकेट टूर्नामेंट जैसा बेहतरीन प्लेटफार्म, बीसीसीआई द्वारा प्रदान किया गया इंफ्रास्टक्चर और सपोर्ट स्टाफ की कार्यकुशलता जिम्मेवार है। उन्होंने बताया कि सीजन 2023-24 में 1400 खिलाड़ियों ने पंजीकरण करवाया जबकि वर्ष 2024-25 में यह बढ़कर 2820 हो गया। एशिया बुक आफ रिकॉर्ड्स में दर्ज गली क्रिकेट टूर्नामेंट ने अन्य क्रिकेट एसोसिएशन के लिये अब एक केस स्टडी है। यूटीसीए के लिये यह टूर्नामेंट बीसीसीआई आयोजनों के लिये बेंच स्ट्रैंथ को मजबूती प्रदान करता है। गत वर्ष चयनकर्ताओं ने 35 क्रिकेटर इस टूर्नामेंट से शॉर्टलिस्ट किये जबकि इस वर्ष 50 प्लेयर्स की गेम में पैनापन लाने का जिम्मा है।
चंडीगढ़ पुलिस और यूटी प्रशासन के विभिन्न विभागों के सहयोग के करवाये इस वर्ष गली क्रिकेट टूर्नामेंट में 302 टीमों के 3072 खिलाड़ियों ने भाग लिया था जिसमें शहर के बुद्धिजीवी वर्गों के लिये 12 प्रदर्शनी मैच भी आयोजित करवाये।
आगामी बीसीसीआई डोमेस्टिक सीजन पर उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ को इस बार 59 मैचों की मेजबानी मिली है जिसके लिये वे तैयार हैं। इसके अलावा यूटीसीए ने इंटर स्टेट फ्रेंडली मैचों, जेपी अत्रे टूर्नामेंट और एनसीए वर्कशाप्स के माध्यम से खिलाड़ियों को एक्सपोजर प्रदान किया है।
इससे पूर्व यूटीसीए के सचिव देवेंद्र शर्मा ने एसोसिएशन की वार्षिक रिपोर्ट पेश की जबकि कोषाध्यक्ष सीए आलोक कृष्ण ने अकाउंट का ब्यौरा पेश किया। एपेक्स मेंबर डेनियन बनर्जी ने प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सह सचिव रविन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष युवराज महाजन सहित अन्य एपेक्स व अन्य सदस्य शामिल हुये।