मोरनी, 16 सितंबर (निस)
खंड की नाईटा, टिपरा व धारटी पंचायत के कई गांवों के लोगों ने सड़क व नदी पर पुल न होने की समस्या का समाधान न होने के विरोध में विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार संबंधी पत्र जिला उपायुक्त व चुनाव अधिकारी को भी दे दिया है।
ग्रामीणों ने एक बैठक करके निर्णय लिया कि उनकी सड़क न होने से गांवों में बारिश के दौरान कहीं भी जाना मुश्किल हो जाता है,इसी तरह घग्गर नदी पर पुल न होने के चलते रेवाड़ी, कुम्हारू और बाग जैसे गांवों के लोगों और स्कूली छात्रों को बारिश के मौसम में जान जोखिम में डाल कर नदी के आर-पार जाना पड़ता है। ग्रामीण देवेंद्र सिंह अमडी, रवि अमडी, संदीप मरोग, निर्मल सिंह, महेंद्र, निशा देवी आदि ने कहा कि थाना से श्यामू तक रोड बनाने का वन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दौरे के बाद कार्य शुरू किया गया था लेकिन इस रास्ते के निर्माण कार्य में खूब धांधली की गई । इसके चलते सड़क जल्दी खराब हो गई। लेकिन अनेक बार शिकायत के बावजूद आज तक रास्ते का निर्माण शुरू नहीं हुआ। इस थाना से श्यामू लिंक रोड पर काफी संख्या में गांव हैं और उनमें काफी आबादी रहती है। लेकिन सड़क निर्माण पूरा नहीं हुआ। इसी तरह घग्गर नदी पर पुल न होना लोगों के लिए खतरा बना हुआ है। इस नदी के उस पार कई गांव हैं जिनके लिए पुल न होने के चलते बारिश के दौरान नदी पार करने में भयंकर समस्या आती है।
बारिश के दौरान घग्गर नदी पूरे उफान पर होती है और स्कूली छात्रों को कई कई दिन स्कूल जाने के लिए या तो जान का जोखिम लेकर नदी पार करनी पड़ती है या फिर अभिभावकों को बच्चों को स्कूल जाने से रोकना पड़ता है। सड़क और पुल न होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने अब विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय ले लिया है। ग्रामीणों ने कहा कि चुनाव के समय सभी पार्टियों के उम्मीदवार और उनके समर्थक उनसे वोट लेकर पांच वर्ष तक उन्हें कभी नही पूछते। अब ग्रामीणों ने आर पार की लड़ाई लड़ने का निर्णय ले लिया है।