गुरुग्राम, 16 सितंबर (हप्र)
वर्ष 2009 के चुनाव में गिलास पर सुखबीर कटारिया, 2019 में राकेश दौलताबाद गिलास के निशान पर जीते थे। ऐसे में सोमवार को निर्दलीयों को जब चुनाव चिन्ह बांटे जा रहे थे तो सभी की यह चाह रही कि उन्हें ‘कांच का गिलास’ चुनाव चिन्ह मिल जाए। लेकिन गिलास का चुनाव चिन्ह गुड़गांव से निर्दलीय प्रत्याशी नवीन गोयल और सोहना से प्रत्याशी कल्याण चौहान को मिला है।
यही नहीं, सोशल मीडिया पर भी कांच का गिलास ट्रेंड करने लगा। लोग कांच के गिलास की तस्वीरें साझा करके इसे जीत का माध्यम मानने लगे।
गुड़गांव विधानसभा से 2009 में हुए चुनाव में कांच का गिलास हिट रहा। इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सुखबीर कटारिया ने नामांकन किया था। उन्हें कांच का गिलास चुनाव निशान मिला। कांच के गिलास को जनता ने पसंद किया और उन्हें जीत दिलाई।
2019 के चुनाव में बादशाहपुर से निर्दलीय प्रत्याशी रहे राकेश दौलताबाद को भी कांच का गिलास चुनाव निशान मिला था। गिलास के निशान पर उन्हें भी जीत मिली। विधानसभा चुनाव के अलावा गुड़गांव जिला परिषद के चुनाव में चेयरमैन का चुनाव निशान भी कांच का गिलास था। चेयरमैन प्रत्याशी कल्याण सिंह चौहान को कांच का गिलास चुनाव निशान मिला था और उन्होंने जीत दर्ज करके जिला परिषद की सत्ता हासिल की।
अब कल्याण सिंह चौहान अपने लिए कांच के गिलास को शुभ मान रहे हैं। उधर, नवीन गोयल के समर्थकों ने कहा कि एक
तो गुरुग्राम की जनता नवीन गोयल के साथ और अब अब चुनाव चिन्ह के इतिहास को देखते हुए वे सब उनकी जीत के प्रति आश्वस्त हैं।