बरनाला (निस) : आने वाले दिनों में प्रदेश में धान की खरीद को लेकर सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसकी वजह यह है कि एक तो एफसीआई गोदाम फुल हैं, दूसरा अनाज के रख-रखाव के लिए सरकार शैलर मालिकों को जगह मुहैया नहीं करवा रही है। शैलर मालिकों ने सरकार की नीतियों से खफा होकर चेतावनी दी है कि वे नए धान की मिलिंग नहीं करेंगे। पंजाब शैलर एसोसिएशन के महासचिव अनिल कुमार सेठी ने कहा कि सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि हाईब्रिड बीजों से 60 से 62 किलो ही पैदावार निकलती है जबकि सरकार द्वारा 67 किलो की मांग की जाती है। उन्होंने कहा कि बरनाला जिले में करीब 5 लाख मीट्रिक टन अनाज गोदामों में भरा पड़ा है। आगामी सीजन में 6 लाख टन और अनाज रखने के लिए सरकार के पास जगह नहीं है।