संगरूर, 17 सितंबर (निस)
पावरकॉम एंड ट्रांसको कॉन्ट्रेक्ट एम्प्लाईज यूनियन पंजाब लगातार पंजाब सरकार और पावरकॉम मैनेजमेंट के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। इस कड़ी के तहत दिड़बा में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के दफ्तर के सामने रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मंडल अध्यक्ष सुखपाल सिंह खंडी, सलिंदर सिंह कोषाध्यक्ष, अनुज कुमार, बूटा सिंह सिद्धू, उपाध्यक्ष पातड़ां मंडल, अश्वनी कुमार, मंडल अध्यक्ष संगरूर, भूपिंदर सिंह, मंडल अध्यक्ष दिड़बा ने कहा कि पिछले महीने की 16 तारीख को खरड़ में लगातार विरोध प्रदर्शन किया गया था। धरना-प्रदर्शन के कारण आउटसोर्सिंग कर्मियों को सीधे विभाग में शामिल करने, न्यूनतम जीवनयापन योग्य वेतन तय करने, करंट से मरने वाले कर्मियों के वारिसों को एक करोड़ रुपये मुआवजा जारी करने की मांग प्रशासन को लिखित रूप से दी गई थी। नौकरी की व्यवस्था करने सहित मांगपत्र की सभी मांगों के समाधान के लिए 28 अगस्त को बैठक की गई, लेकिन उस बैठक में ऊर्जा मंत्री की अनुपस्थिति के कारण किसी भी मांग पर कोई ठोस चर्चा नहीं हो सकी। हरपाल सिंह चीमा ने 6 सितंबर को लिखित समय तय किया, लेकिन 6 सितंबर को होने वाली बैठक भी 16 सितंबर को दोपहर 2 बजे तय की गई और फिर टाल-मटोल की नीति अपनाते हुए 15 सितंबर को बैठक स्थगित करने का पत्र जारी कर दिया जिसके चलते ठेका मजदूरों में भारी रोष है। इसके चलते काम बंद कर पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और श्रम मंत्री अनमोल गगन मान के पुतले फूंके गए।