चंडीगढ़, 19 सितंबर (हप्र)
पंजाब पुलिस की एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स की जांच के बाद सामने आए तथ्यों के आधार पर डीएसपी वविंदर कुमार महाजन के खिलाफ भ्रष्ट गतिविधियों में ड्रग सप्लायर्स की मदद करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। यह जानकारी डीजीपी गौरव यादव ने आज दी। इस संबंध में भ्रष्टाचार रोधी अधिनियम की धारा 7 और 8 तथा एनडीपीएस अधिनियम की धारा 59 (2) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है, जो किए गए अपराधों की गंभीरता और पद के दुरुपयोग को उजागर करती है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि 1.98 करोड़ अल्प्राज़ोलम गोलियां और 40 किलोग्राम कच्ची अल्प्राज़ोलम ज़ब्त करने संबंधी मामले में दर्ज केस की ताजा जांच के बाद अपने ही रैंक में भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए डीएसपी के पद पर तैनात वविंदर कुमार महाजन और उसका साथी अखिल जय सिंह निवासी लखनऊ, रिश्वतखोरी की एक चौंकाने वाली योजना में शामिल थे।