जम्मू, 22 सितंबर (एजेंसी)
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को कांग्रेस तथा नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) को ‘गैर-राष्ट्रवादी ताकतें’ बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने खुद दोनों दलों को जम्मू-कश्मीर में पड़ोसी देश का एजेंडा चलाने का ‘प्रमाणपत्र’ दे दिया है।
नड्डा ने दावा किया कि आतंकी हमलों में काफी कमी आई है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आतंकवादियों का जीवनकाल ‘महज कुछ दिन’ का है लेकिन ये दल उनके साथ समझौता करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने जम्मू जिले के बर्नी इलाके में एक रैली में कहा, ‘पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा है कि भारत में नेकां और कांग्रेस उनके एजेंडे को बढ़ावा दे रही हैं तथा वे जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल करना चाहती हैं। क्या आप पाकिस्तान से प्रमाणित लोगों का समर्थन करेंगे? याद रखिए, वे राष्ट्रवादी नहीं हैं।’ नड्डा ने कहा कि अब्दुल्ला परिवार, मुफ्ती परिवार और नेहरू-गांधी परिवार ने कश्मीर को नुकसान पहुंचाया है। नड्डा ने आरोप लगाया कि वे जम्मू-कश्मीर को 1990 के दशक में व्याप्त स्थिति में लौटाना चाहते हैं।
पत्थरबाज, आतंकवादी को रिहा नहीं किया जाएगा : शाह
नौशेरा : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में किसी भी पत्थरबाज या आतंकवादी को रिहा नहीं किया जाएगा और जब तक आतंकवाद का सफाया नहीं कर दिया जाता तब तक पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी। नौशेरा में आयोजित एक चुनावी रैली में अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को ‘शेर’ करार देते हुए कहा, ‘मैं जम्मू-कश्मीर के युवाओं से बात करना चाहता हूं।’ शाह ने आरक्षण के मुद्दे पर नेकां-कांग्रेस के नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों के लिए उनकी आलोचना की और कहा कि किसी को भी पहाड़ी, गुज्जर, दलित, अन्य पिछड़े वर्गों सहित वंचित वर्गों को दिए गए आरक्षण को छूने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
कांग्रेस का संकल्प संवैधानिक अधिकारों की रक्षा : खड़गे
जम्मू : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराई। खड़गे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस की सात गारंटी का उद्देश्य क्षेत्र के लिए एक उज्जवल भविष्य की शुरुआत करना है। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘हमारा प्रगतिशील विकास एजेंडा सभी के लिए है।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए पार्टी की सात गारंटी का उल्लेख करते हुए कहा, ‘ये गारंटी सामाजिक न्याय और आर्थिक सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित करके एक उज्ज्वल भविष्य लाएंगी।’ पार्टी की पहली गारंटी के तहत केंद्र शासित प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा किया गया है। पार्टी ने हर परिवार को 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज और हर जिले में एक सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल की स्थापना का वादा किया है। इन गारंटी में कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की योजना का क्रियान्वयन और ओबीसी समुदाय के लिए संविधान आधारित अधिकार सुनिश्चित करना भी शामिल है।
उमर अब्दुल्ला को मिल सकती है कड़ी टक्कर
गांदरबल : नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के लिए अपने परिवार का गढ़ माने जाने वाली गांदरबल विधानसभा सीट को फिर से हासिल करना प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है। अतीत में इस सीट का प्रतिनिधित्व उनके दादा शेख अब्दुल्ला, पिता फारूक अब्दुल्ला और वह खुद कर चुके हैं। बारामूला निर्वाचन क्षेत्र से 2024 का लोकसभा चुनाव हारने के कारण पूर्व मुख्यमंत्री कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जब उमर अब्दुल्ला ने 2002 में अपने पिता से नेकां की कमान संभाली थी तो उन्होंने गांदरबल से विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के काजी मोहम्मद अफजल ने उन्हें हरा दिया था। हालांकि, उन्होंने 2008 के चुनाव में अफजल से यह सीट कब्जा ली थी और सबसे युवा मुख्यमंत्री बने थे। इस सीट पर हालांकि, नेकां का मजबूत आधार है लेकिन पीडीपी उम्मीदवार बशीर मीर के मुकाबले में शामिल होने से गांदरबल की लड़ाई मुश्किल हो गयी है। मीर गांदरबल जिले की स्थानीय आबादी के लिए एक नायक हैं क्योंकि उन्होंने सिंध नदी से कई लोगों को बचाया है और कई बार ऐसे बचाव कार्यों में पुलिस की मदद की है।