कैथल/कलायत, 22 सितंबर (हप्र/निस)
इनेलो-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी एवं इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा ने कलायत हलका के कई गांवों का दौरा किया और वोट की अपील की। उन्होंने कहा कि पांच अक्तूबर को चुनाव के लिए सारे नेता आएंगे और वोट मांगेेंगे। लोग इस बात का ध्यान दें कि कौन सा नेता उनके बीच में रहता है और कौन सा नेता वोट लेकर वापस मुड़कर नहीं देखता। उन्होंने चश्मे के सामने का बटन दबाने की अपील करते हुए कहा कि ताऊ देवीलाल ने जो 100 रुपये की बुढ़ापा पेंशन शुरू की थी, उसे बढ़ाकर 7500 रुपये कर दिया जाएगा। दो लाख रोजगार दिए जाएंगे। माजरा ने इनेलो के संकल्प पत्र को
भी दोहराया।
उन्होंने कहा कि देश में शहीदों की शहादत के बाद आजादी मिली। इसके बाद बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने संविधान लिखा और उन्होंने सभी को समान मानते हुए रंक से लेकर महलों में रहने वाले राजा की वोट की बराबर कीमत दी। इसीलिए जनता नाराज हो तो हरा देती है, जनता खुश हो जाए तो जितवा देती है। राजनेता वोट लेकर लोगों की ओर मुड़कर भी नहीं देखते जबकि मैं चुनाव हारने के बावजूद चुप नहीं बैठा। पिछला चुनाव भी नहीं लड़ा। फिर भी मैं चुप नहीं बैठा और जब भी हलके के किसी गांव में किसी गरीब के यहां कोई अनहोनी हुई है, मैं दौड़ा-दौड़ा आया। अब यह चुनाव बसपा व इनेलो गठबंधन के बसका नहीं बल्कि आम जनता दोनों हाथों से आशीर्वाद दें, तभी चुनाव जीता जा सकेगा। माजरा ने कहा कि चुनाव में हारें या जीतें, वे उनके बीच में ही रहेंगे।