अभिनव वशिष्ठ
कुल्लू, 10 अप्रैल
यदि आप मनाली जाने से पहले होटल का कमरा ऑनलाइन बुक करने की योजना बना रहे हैं तो सावधान रहें। यहां होटलों की फर्जी बुकिंग वेबसाइट बनाकर पर्यटकों और होटल मालिकों को ठगने के कई मामले सामने आ रहे हैं। होटल व्यवसायियों का आरोप है कि जालसाज होटल के आधिकारिक वेबपेज के नाम से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट बना लेते हैं और एडवांस बुकिंग कराकर लोगों को ठगते हैं।
मनाली में सालभर दुनिया भर से पर्यटक आते हैं। ज्यादातर लोग असुविधा से बचने के लिए अपने होटल पहले से ही बुक करवाना पसंद करते हैं। हालांकि, आजकल साइबर ठग गिरोह सक्रिय हो गए हैंैं। कुछ होटल व्यवसायियों ने हाल के दिनों में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है। व्यवसायियों ने कहा कि जालसाज होटलों के गूगल प्रोफाइल पर फर्जी तस्वीरें भी डाल रहे हैं।
मनाली होटलियर्स एसोसिएशन के मुकेश ठाकुर ने कहा कि उन्होंने ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सभी सदस्यों को सतर्क रहने के लिए कहा है। प्रशासन और पुलिस को भी शिकायतों से अवगत करा दिया गया है। पर्यटक कृष्णा ने कहा कि किसी जालसाज ने सिक्किम के एक होटल की तस्वीर लगाकर उसे मनाली का बताकर ठगा। एक अन्य यात्री जितेंद्र ने कहा कि उन्होंने मनाली में एक होटल बुक किया था, लेकिन जब यहां पहुंचे तो पाया कि उनकी कोई कन्फर्म बुकिंग नहीं थी। उन्होंने कमरा बुक करने वाले को कॉल करने की कोशिश की, लेकिन जवाब नहीं मिला।
मनाली टूर पैकेज बेचने वाले सैकड़ों ट्रैवल वेबसाइट व पोर्टल हैं, जिनमें से अधिकांश पंजीकृत नहीं हैं और अन्य राज्यों से संचालित हो रहे हैं। कई वेबसाइटों पर कोई संपर्क विवरण तक नहीं होता।
पर्यटन विभाग बनाए पोर्टल
एक होटल व्यवसायी के अनुसार, पर्यटन विभाग को पंजीकृत होटलों में बुकिंग के लिए एक विशेष पोर्टल विकसित करना चाहिए। ऐसी प्रामाणिक सरकारी वेबसाइट न केवल पंजीकृत होटलों को एक मार्केटिंग मंच प्रदान करेगी, बल्कि ग्राहकों को ठगे जाने से भी बचाएगी।