दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
नारनौंद, 29 सितंबर
हिसार जिला का नारनौंद विधानसभा क्षेत्र भी प्रदेश की हॉट सीट में शुमार है। बड़े बिजनेसमैन और भाजपा के हेवीवेट नेता कैप्टन अभिमन्यु इस क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 में पहली बार इसी सीट से विधायक बने कैप्टन अभिमन्यु उस समय मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में सबसे हेवीवेट मंत्री माने जाते थे। कांग्रेस ने इस बार उनके मुकाबले युवा चेहरे जस्सी पेटवाड़ को टिकट दिया है। वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा के करीबी डॉ़ अजय चौधरी की टिकट काटकर जस्सी पेटवाड़ को उतारा गया है। बहरहाल, नारनौंद की सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर बनी हुई है। पेटवाड़ की गिनती रोहतक सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबियों में होती है। माना जा रहा है कि दीपेंद्र के प्रयासों से ही जस्सी पेटवाड़ को टिकट मिली है। इस सीट से डॉ़ अजय चौधरी के अलावा कांग्रेस के और भी कई नेता टिकट के लिये दावेदारी पेश कर रहे थे। इस सीट पर भितरघात होने की आशंका भी बनी हुई है। हालांकि हुड्डा खेमा नाराज नेताओं को मनाने की कोशिशें कर रहा है। अगर कांग्रेस इसमें कामयाब होती है तो चुनाव के नतीजे कुछ भी हो सकते हैं।
केंद्र में मजबूत पकड़ रखते हैं कै.अभिमन्यु
कैप्टन अभिमन्यु का चुनावी मैनेजमेंट हमेशा ही ग्राउंड लेवल का रहा है। हालांकि 2019 के विधानसभा चुनावों में वह जननायक जनता पार्टी के रामकुमार गौतम के हाथों चुनाव हार गए थे। इस बार रामकुमार गौतम भी कै. अभिमन्यु की मदद करते नजर आ रहे हैं। रामकुमार गौतम को भाजपा ने जींद जिले के सफीदों हलके से उम्मीदवार बनाया है। ब्राह्मण वोट बैंक में रामकुमार गौतम की अच्छी पकड़ मानी जाती है। भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के दौरान रामकुमार गौतम अपनी ही पार्टी के नेता और उस समय डिप्टी सीएम रहे दुष्यंत चौटाला पर गंभीर आरोप लगाते रहे।
कब कौन रहा विधायक
वर्ष विधायक
1967 रामेश्वर दत्त
1968 जोगेंद्र सिंह श्योराण
1972 जोगेंद्र सिंह श्योराण
1977 वीरेंद्र सिंह नारनौंदिया
1982 वीरेंद्र सिंह नारनौंदिया
1987 वीरेंद्र सिंह नारनौंदिया
1991 वीरेंद्र सिंह नारनौंदिया
1996 जसवंत सिंह
2000 रामभगत
2005 रामकुमार गौतम
2009 सरोज मोर
2014 कैप्टन अभिमन्यु
2019 रामकुमार गौतम
भाजपा को गौतम से उम्मीदें, पेटवाड़ को हुड्डा का सहारा
रामकुमार गौतम ने कई बार कैप्टन अभिमन्यु द्वारा हलके में करवाए गए विकास कार्यों का भी जिक्र किया। पांच वर्षों तक कैबिनेट मंत्री रहते हुए कैप्टन अभिमन्यु ने नारनौंद को न केवल सब-डिवीजन बनवाया बल्कि विकास के कार्य भी करवाए। वे इसी के नाम पर वोट मांग रहे हैं।
हालांकि कांग्रेस के जसबीर सिंह उर्फ जस्सी पेटवाड़ से उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है। इनेलो के वरिष्ठ नेता उमेद लोहान भी चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा को उम्मीद है कि उमेद लोहान इनेलो-बसपा का गठबंधन होने की वजह से जाट व एससी वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो इसका फायदा कैप्टन अभिमन्यु को मिल सकता है।