दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 2 अक्तूबर
हरियाणा में विधानसभा चुनाव प्रचार बुधवार को शाम छह बजे के बाद बंद हो जाएगा। पिछले करीब 20 दिन से प्रदेशभर के अधिकांश हलकों को नाप चुके कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी खुद के साथ प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत के साथ जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। ट्रिब्यून से विशेष बातचीत में उन्होंने दोनों पार्टियों- भाजपा व कांग्रेस के चुनावी घोषणा-पत्र के साथ-साथ प्रचार के दौरान उठाए गए मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। सरकारी नौकरियों में पर्ची-खर्ची के अलावा दलितों और पिछड़ों के उत्पीड़न का मुद्दा चुनाव प्रचार के दौरान गरमाया रहा। मुख्यमंत्री ने दो-टूक कहा, हरियाणा की जनता बिना ‘पर्ची-खर्ची’ को नहीं बल्कि ‘मैरिट’ को वोट देगी। राज्य की मौजूदा सरकार ने अपने दस वर्षों के कार्यकाल में एक लाख 44 हजार से अधिक युवाओं को मेरिट पर बिना पर्ची-खर्ची के सरकारी नौकरी दी है और तीसरी बार सत्ता में आने के बाद नौकरियों में ‘मिशन मैरिट’ आने भी जारी रहेगा। यहा प्रस्तुत हैं उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश।
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यह बात आप कांग्रेस से पूछिए। हमने पिछले दस वर्षों में जितने वादे किए थे, वे सभी पूरे किए। उनसे बढ़कर भी काम किया है। हरियाणा में जो वादे कांग्रेस कर रही है, वही वादे कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में भी किए गए। कांग्रेस शासित राज्यों में जाकर देखें तो सही वहां की स्थिति क्या है। हिमाचल तो कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन तक नहीं दे पा रहा। हमने जो वादे किए हैं, वे सभी पूरे किए जाएंगे। पूरा हिसाब लगाने के बाद हमने जनता के सामने अपना संकल्प-पत्र पेश किया है। ये 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने की बात कर रहे हैं। हम तो वह पहले से ही दे रहे हैं।
कांग्रेस फसलों पर एमएसपी की गारंटी की बात कह रही है। आप क्या कहेंगे?
कांग्रेस एमएसपी देने की बात आज कह रही है। हरियाणा अकेला ऐसा राज्य है, जहां 14 फसलों को एमएसपी पर खरीदा जा रहा है। अब तो हमारी सरकार फैसला कर चुकी है कि सभी 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदा जाएगा। एमएसपी की मांग कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी वाले भी उठाते हैं। आप की तो पंजाब में सरकार है। वे बता दें कि धान और गेहूं के अलावा किसी फसल पर एमएसपी क्यों नहीं दी गई। इन फसलों पर भी इसलिए एमएसपी मिली, क्योंकि केंद्र इन्हें खरीद रहा है।
आमतौर पर घोषणापत्रों की कानूनी वैधता नहीं होती। जो चाहे वादे कर दो। क्या इससे सहमत हैं?
बेशक, घोषणापत्रों की कानूनी वैधता नहीं होती। लेकिन आप हमारे पिछले दो- 2014 और 2019 के ‘संकल्प-पत्र’ उठाकर देखें। हमने अपने सभी वादों को पूरा किया। रही बात कानूनी वैधती तो किसी कोर्ट-कचहरी में भले ही यह मान्य न हो, लेकिन जनता की अदालत में इस वादे की अहमियह होती है। जनता पूरा जांच-परख कर अपना फैसला करती है। हमने 2014 के वादे पूर किए तो 2019 में हमें फिर से चुना गया। हमारे लिए घोषणापत्र एक ‘रस्म’ नहीं, बल्कि जनता के विश्वास का दस्तावेज है। कांग्रेस को जनता से सिर्फ वोट चाहिए और भाजपा को जनता का विश्वास चाहिए। इसलिए दावे के साथ कहता हूं कि राज्य में भाजपा जीत की हैट्रिक लगाएगी।
आपको काम करने के लिए महज 56 दिन मिले। क्या कोई छाप जनता पर छोड़ पाए?
ये मेरे मुंह से अच्छा नहीं लगेगा। आप तो लोगों के बीच रहते हैं। उनसे पूछिए। मैंने 56 दिन के कार्यकाल में ही 126 निर्णायक फैसले लिए हैं। दावे के साथ कह सकता हूं कि कांग्रेस जो बरसों में नहीं कर पाई, मैंने वह 56 दिन में करके दिखाया है।
आधी आबादी पर दोनों ही पार्टियों का फोकस है। नकद पैसे देने की बात कर रहे हैं। ऐसा क्या है?
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमारी सरकार ने कई योजनाएं बनाई हैं। हमने ‘लाडो लक्ष्मी’ योजना शुरू करने का वादा किया है। इसके तहत महिलाओं को हर माह 2100 रुपये की मदद करेंगे। यह केवल योजना नहीं, बल्कि समाज में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करने का संकल्प है। कांग्रेस ने तो हिमाचल में भी महिलाओं को हर माह आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था। वहां तो किसी को दिया नहीं। अब हरियाणा में क्या ही देंगे। ये तो बुढ़ापा पेंशन भी 1000 रुपये देते थे। हमने उसे बढ़ाकर 3
हजार रुपये किया है।
दस साल की सरकार के खिलाफ एंटी-इन्कमबेंसी स्वभाविक है। इससे कैसे निजात पाएंगे?
हां, यह बात सही है कि तीसरे चुनाव में दबाव हमेशा बना रहता है, लेकिन मैं इसे सकारात्मक रूप में लेता हूं। यह एक अवसर है, जनता के बीच अपनी उपलब्धियों को साझा करने का। एंटी-इन्कमबेंसी का डर सिर्फ उन दलों के लिए होता है, जो अपनी जिम्मेदारियों से भागते हैं। एंटी-इन्कमबेंसी हमारे लिए एक चुनौती नहीं बल्कि यह हमें और मजबूत बनाने का अवसर है। हमें पूरा विश्वास है कि इस बार जनता हमें फिर से चुनने में पीछे नहीं हटेगी।
फिर से मिर्चपुर व गोहाना कांड नहीं होने देंगे
नायब सैनी ने कहा कि हरियाणा के लोग अभी तक भी मिर्चपुर और गोहाना कांड को नहीं भूले हैं। भाजपा दलितों और पिछड़ों के साथ कभी भी अन्याय नहीं होने देगी। सैनी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं द्वारा जिस तरह से सैलजा पर जातिगत टिप्पणी की जा रही हैं, उसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां दलितों के प्रति कितना सम्मान है।