तरुण जैन/हप्र
रेवाड़ी, 9 अक्तूबर
रेवाड़ी हलके से भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह जब नेता से गायक बने गये तो लोगों ने भी उनकी झोली वोटों से भर दी। कांग्रेस प्रत्याशी से कड़ा मुकाबला झेल रहे लक्ष्मण यादव की इस गायकी ने ऐसी राह आसान की कि वे बम्पर वोटों के अंतर से जीत गए। उनकी मांग ऐसी बढ़ी कि चुनाव जीतने के कुछ घंटों बाद ही वे नगर के सेक्टर-1 स्थित सोलहराही शिव मंदिर में आयोजित जागरण में भजन गाते दिखाई दिये।
असल में लक्ष्मण यादव राजनीति में अवश्य हैं, लेकिन वे धार्मिक विचारधारा से भी नाता रखते हैं। उन्हें भगवान ने कंठ भी सुरीला दिया है। चुनावों से पूर्व एक बार उन्होंने किसी कार्यक्रम में ‘मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे, राम आएंगे’ भजन गाया तो लोगों को यह खूब भाया। बस फिर क्या था। चुनाव प्रचार के दौरान वे जिस भी गांव में जाते लोगों की मांग उठती कि एक बार – राम आएंगे भजन सुना दीजिये। वे जैसे ही भजन सुनाते लोग झूम उठते और चुनावी सभा में मौजूद लोग भक्ति में रम जाते थे। उनकी इस गायन शैली ने मतदाताओं को इतना प्रभावित किया कि जब ईवीएम से जनादेश निकला तो कड़ा मुकाबला झेल रहे लक्ष्मण यादव ने निवर्तमान विधायक व कांग्रेस प्रत्याशी चिंरजीव राव को लगभग 29 हजार मतों से शिकस्त दे डाली।
चुनावों के बीच एक बार ऐसा भी अवसर आया, जब पूर्व मंत्री कै. अजय सिंह यादव ने उनके गायन को लेकर तंज कस दिया तो इसका पलटवार करते हुए लक्ष्मण ने कहा कि वे भजन गाते हुए भगवान को स्मरण करते हैं तो किसी को क्यों तकलीफ होती है। वे कहते हैं कि उन्होंने सदैव ईमानदार राजनीति की है। वे नेता हैं तो क्या हुआ, समाज का हिस्सा भी तो हैं। भजन गाने उन्हें जहां सुकून मिलता है, वहीं लोगों को भी खुशी होती है।