जगाधरी, 22 अक्तूबर (हप्र)
मंडियों में धान की आवक सुस्त पड़ने लगी है, जिसकी वजह फसल का सिमटना है। लगभग 90 प्रतिशत धान की फसल की कटाई हो चुकी है, लेकिन फिर भी जगाधरी और अन्य मंडियों में पिछले सीजन की तुलना में कम धान आने की प्रबल संभावना बनी हुई है। इस बार जगाधरी का धान का लक्ष्य पूरा होना मुश्किल लग रहा है। जगाधरी की अनाज मंडी में पिछले धान सीजन के दौरान करीब सवा 9 लाख क्विंटल धान की खरीद हुई थी। इस बार मंगलवार तक केवल 6 लाख 30 हजार क्विंटल धान की खरीद हुई है।