चंडीगढ़, 29 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने राज्य सरकार की किसानों के हित में उठाए गए कदमों के लिए प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि किसानों से धान का एक -एक दाना एमएसपी पर खरीदा जाएगा। उन्होंने कांग्रेसी नेता रणदीप सुरजेवाला पर मीडिया में गुमराह करने वाले बयान देने का आरोप लगाते हुए कहा कि धान की खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है, और किसान सरकार की खरीद प्रणाली से पूरी तरह संतुष्ट हैं।
श्याम सिंह राणा ने जारी बयान में बताया कि प्रदेश सरकार ने अब तक 47.05 लाख मीट्रिक टन धान एमएसपी पर खरीदा है और करोड़ों रुपये की भुगतान राशि बिना किसी देरी के किसानों के खातों में हस्तांतरित कर दी गई है। कृषि मंत्री ने कांग्रेसी नेता द्वारा दिए गए ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर पंजीकरण में आने वाले अंतर के बयान को भ्रामक बताते हुए स्पष्ट किया कि खरीफ विपणन सत्र 2024-25 के लिए 4,14,239 किसानों ने पंजीकरण कराया है, जो पिछले साल के 3,60,282 से अधिक है। इस साल फसल क्षेत्र भी बढ़कर 28,77,562 एकड़ हो गया है, जो पिछले वर्ष 27,30,745 एकड़ था। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस वर्ष राज्य का धान उत्पादन पिछले साल के 58-59 लाख मीट्रिक टन के आंकड़े को पार कर सकता है। राणा ने कहा कि हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि खरीद और उठान प्रक्रिया समय पर हो, ताकि किसानों को किसी तरह की दिक्कत न हो। राणा ने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठे आरोप लगाने के बजाय सुरजेवाला को राजस्थान के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, जहां से उनको राज्यसभा में भेजा गया है।
उन्होंने अधिकारियों से धान खरीद की सुचारू खरीद का फीडबैक लेने के बाद पुनः दोहराया कि धान की खरीद के डेटा को नियमित रूप से अपडेट किया जा रहा है और उठान प्रक्रिया भी सुचारू रूप से हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्राथमिक लक्ष्य किसानों का कल्याण सुनिश्चित करना और खरीद प्रक्रिया को निर्बाध रखना है।
नमी की आड़ में किसानों को लूट रही एजेंसियां : आदित्य
विधानसभा में इनेलो विधायक दल के नेता एवं डबवाली से विधायक आदित्य देवीलाल ने कहा कि मंडियों में खरीद एजेंसियां किसानों को लूट रही हैं। फसलों में नमी के नाम पर किसानों के साथ धोखाधड़ी हो रही है। उनका कहना है कि मंडियों में धान में नमी मापने की मशीन भी सही से काम नहीं कर रही। धान की नमी मापने में गड़बड़ हो रही है। इस वजह से किसानों को उनकी फसल की पूरी कीमत नहीं मिलती। इनेलो विधायक ने कहा कि तीनों सरकारी एजेंसियों की मशीनों में धान की नमी के माप में भारी अंतर है। इससे भाजपा सरकार की किसानों के प्रति अनदेखी और बेरुखी सामने आ चुकी है।