चंडीगढ़, 30 अक्तूबर (एजेंसी)
चंडीगढ़ में पुलिस ने बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई के उन नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछार की, जो राज्य में धान की धीमी उठान के विरोध में भाजपा कार्यालय का घेराव करने के लिए मार्च करने की कोशिश कर रहे थे।
हरजोत सिंह बैंस, हरभजन सिंह, लालजीत सिंह भुल्लर और तरुणप्रीत सिंह सोंद सहित पंजाब के कई मंत्री तथा अन्य पार्टी विधायक भी विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। पुलिस ने पंजाब भाजपा के कार्यालय के पास बैरिकेड लगाये थे। जैसे ही आप कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड लांघकर भाजपा कार्यालय की ओर बढ़ने की कोशिश की, पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया।
इस दौरान बैंस की पगड़ी खुल गई। बैंस, विरोध प्रदर्शन का हिस्सा रहे उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी और कई अन्य पार्टी विधायकों और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कुछ समय के लिए हिरासत में लिया। हिरासत में लिए जाने से पहले, आप नेताओं ने पंजाब से खाद्यान्न भंडार नहीं उठाने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पिछले कुछ महीनों में मामले को संज्ञान में लाने के बावजूद उसने इस पर ध्यान नहीं दिया।
सोंद ने आरोप लगाया कि केंद्र पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है और मौजूदा समस्या के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया। हरभजन सिंह ने कहा, ‘पिछले भंडार को नहीं उठाया गया है। हम कई महीनों से केंद्र से अनुरोध कर रहे हैं, लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया।’ हरजोत बैंस ने दावा किया कि केंद्र की भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार अब निरस्त हो चुके कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के लिए उन्हें दंडित कर रही है।
इससे पहले मंगलवार को पंजाब के मंत्री एवं आप के वरिष्ठ नेता अमन अरोड़ा ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ खड़े होने के लिए किसानों से बदला लेने का आरोप लगाया था। अरोड़ा ने आरोप लगाया कि वे जानबूझकर किसानों और कमीशन एजेंट के लिए मुश्किलें पैदा करने के लिए उठान प्रक्रिया को धीमा कर रहे हैं। उन्होंने पंजाब से खाद्यान्न भंडार न निकालने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि राज्य के गोदामों में ताजा फसल रखने के लिए जगह नहीं है।
आम आदमी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की थीऔर पंजाब से चावल के भंडार को निकालने में तेजी लाने के लिए केंद्र से हस्तक्षेप करने की मांग की। पंजाब में अनाज मंडियों से धान का उठान प्रभावित हुआ है, क्योंकि राज्य के चावल मिल मालिकों ने अपनी मांगें पूरी होने तक धान की मिलिंग करने से इनकार कर दिया।
राज्य सरकार केंद्र पर दोष मढ़ रही: बिट्टू
केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने दावा किया कि आप सरकार ‘अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए’ केंद्र पर दोष मढ़ रही है। उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि पंजाब के मंत्री और विधायक चंडीगढ़ में विरोध प्रदर्शन करने के बजाय राज्य की मंडियों में समय देते। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र ने पहले ही पंजाब सरकार को फसल खरीद के लिए 44,000 करोड़ रुपये से अधिक दिए हैं, लेकिन आप सरकार अपना कर्तव्य निर्वहन करने में असमर्थ है।