अम्बाला शहर, 30 अक्तूबर (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह ने उपायुक्त को शिकायत देकर शहर अनाज मंडी में स्थापित तोल कांटों के बंद रहने पर कार्रवाई की मांग की है। यूनियन ने आरोप लगाया कि इन कांटों के माध्यम से किसानों को तुलाई में टांका लगाया जा रहा है।
जिला प्रधान गुरमीत सिंह के नेतृत्व में जयसिंह, वजिन्दर सिंह कौला आदि ने उपायुक्त को यह शिकायत सौंप कर आग्रह किया कि वे धान से लदे ट्रकों का वजन अपनी निगरानी में तोल करवाएं और जिस गाड़ी के वजन में गड़बड़ पाई जाती है तो उस पर उचित कार्रवाई करें। किसान नेताओं ने कहा कि 23 व 24 अक्तूबर को अम्बाला शहर अनाज मंडी में गाड़ियों की तुलाई को बंद कर रखा था। यूनियन को पता चला की मंडी का कांटा बंद पड़ा है और गाड़ियों की तुलाई बंद है तो वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले यूनियन के पदाधिकारियों ने मौके पर जाकर गाड़ियों के तोल को चैक किया तो हर गाड़ी में 2 से 4 क्विंटल वजन ज्यादा पाया गया। इसकी शिकायत यूनियन के पदाधिकारियों ने मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी को करके एक अन्य अधिकारी जयपाल को इसके बारे में अवगत करवा दिया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उसके बाद मंडी के गेट नंबर 2 पर लगा सरकारी कांटा जिस पर गाड़ी के मंडी से बाहर जाते समय गाड़ी का वजन तोला जाता है, वह कांटा बंद कर दिया गया था। उन्होंने खुलासा किया कि इसके बाद यूनियन के पदाधिकारियों द्वारा जब गाड़ियों का गेट पास देखा गया तो उस पर गाड़ी का वजन नहीं लिखा हुआ था जिसके बाद अधिकारियों को मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया और अधिकारियों की मौजूदगी में किसी निजी कांटे में गाड़ियों का वजन करवाया गया जिसके बाद मौके पर मौजूद अधिकारी द्वारा इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था लेकिन आजतक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। यूनियन ने उपायुक्त से कड़ी कार्रवाई करके किसानों को लुटने से बचाने की गुहार लगाई है।
मंडी के दोनों कांटे बिल्कुल सही अवस्था में कार्यरत हैं लेकिन ग्रेड ए धान के लिए इनका कंट्रोल केवल खरीद एजेंसियों के पास है। आनलाइन गेट पास खरीद एजेंसी के अधिकार क्षेत्र में है जिससे मार्केट कमेटी का कोई लेना देना नहीं है। मार्केट कमेटी केवल प्राइवेट खरीद और बासमती धान को लेकर ही कंट्रोल करती है। कोई भी स्वतंत्र एजेंसी इन कांटों के माप तोल को कभी भी जांच कर सकती है।
-जय पाल, मंडी सुपरवाइजर मार्केट कमेटी अम्बाला शहर