चंडीगढ़, 4 नवंबर (ट्रिन्यू)
इस बार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 28 नवंबर से शुरू होगा और 15 दिसंबर तक चलेगा। सरकारी प्रवक्ता ने सोमवार को यहां बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव धूमधाम के साथ आयोजित किया जाएगा। महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 5 दिसंबर से 11 दिसम्बर तक होंगे। यातायात की दृष्टि से व्यापक प्रबंध किए जाएंगे। 2016 से प्रदेश सरकार ने गीता महोत्सव को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने की शुरुआत की थी। इस बार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में तंजानियां पार्टनर देश होगा तथा ओडिशा पार्टनर राज्य होगा। उन्होंने यह भी बताया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर क्राफ्ट और सरस मेले का भी आयोजन होगा। 48 कोस की परिधि में आने वाले स्थलों पर गीता महोत्सव से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
सीएम से मिले 48 कोस तीर्थ कमेटी के चेयरमैन
महाभारत धरा के 48 कोस के तीर्थों पर गीता वाणी की गूंज सुनाई देगी। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 48 कोस तीर्थ कमेटी द्वारा तीर्थों पर गीता महोत्सव के आयोजन की तैयारियों का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। यही नहीं 48 कोस के तीर्थों के जीर्णोद्धार को लेकर भी केडीबी ने रूपरेखा तैयार की है। लुप्त हो चुके तीर्थों को भी नई पहचान दिलाने के लिए 48 कोस तीर्थ कमेटी कवायद में जुटी हुई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी भी तीर्थों के विकास को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। इसी सिलसिले में सोमवार को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 48 कोस तीर्थ कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की। उन्होंने भाजपा की प्रदेश में तीसरी बार सरकार बनने पर आभार जताया। इसके साथ ही नायब सैनी को दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने का बधाई दी। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ स्मृति चिन्ह के तौर पर भेंट किया। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि ब्रह्मसरोवर के साथ 48 कोस के विकास के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। तीर्थों के जीर्णोद्धार को लेकर केडीबी रोडमैप तैयार करेगी। पर्यटकों को तीर्थों की महत्ता बारे अवगत कराने के लिए विशेष कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि ब्रह्मसरोवर पर गीता महोत्सव के आयोजन के साथ सभी तीर्थों पर कार्यक्रमों का आयोजन जरूरी है। छाबड़ा ने बताया कि 11 दिसंबर को सभी तीर्थों पर महापर्व मनाया जाएगा।