पानीपत, 4 नवंबर (हप्र)
गोहाना रोड पर एनएफएल कट पुलिस नाके के पास रविवार रात को एकता एक्सप्रेस की चपेट में आने से दो भाइयों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर जीआरपी मौके पर पहुंची और मौके पर मिले मोबाइल से परिजनों को हादसे के बारे में सूचित किया और फिर परिजन मौके पर पहुंचे। जीआरपी ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया और सोमवार को शव परिजनों को सौंप दिये।
इस बारे में जीआरपी के एसआई सुरेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार रात को सूचना मिली थी कि एनएफल नाके के पास दो लोगों के शव पड़े हुए हैं। वह सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे और वहां पर मिले उनके मोबाइल से परिजनों को सूचित किया गया।
परिजनों ने मौके पर पहुंचकर दोनों की शिनाख्त आशीष व मनीष निवासी राजनगर के रूप में की। वहीं सिविल अस्पताल में दिनेश कुमार निवासी राजनगर ने बताया कि वह जिला रेडक्रॉस में कार्यरत है और तीन बच्चों का पिता है, जिनमें उसके दो बेटे थे व एक बेटी है। उसके दोनों बेटे मनीष और आशीष थे। मनीष की दुकान है और आशीष एक कंपनी में काम करता था। दोनों भाई शादीशुदा थे और उन दोनों के पास ही एक-एक बेटा-बेटी है। रविवार शाम के समय दोनों भाइयों ने भाई दूज पर बहन से तिलक लगवाया और इसके बाद दोनों स्कूटी पर सवार होकर बाहर घूमने चले गए। उन्होंने कहा था वे अपने दोस्त से मिलने के लिए जा रहे हैं। घर से जाने के बाद परिजनों से उनकी साढ़े सात बजे बात हुई थी। मनीष की मां ने भी आठ बजे कॉल कर बात की और घर आने के लिए कहा। दोनों भाइयों ने जल्द ही घर वापस लौटने की बात कही थी, लेकिन बाद में उनकी मौत की सूचना मिली। जीआरपी की जांच पड़ताल में ट्रेन से हादसा होने की बात सामने आई हैं।
ट्रैक पर लघुशंका करने गया था भाई
पुलिस जांच में प्रारंभिक तौर पर सामने आया कि आशीष रेलवे ट्रैक पर लघुशंका करने लगा तो उसी दौरान ट्रेन आ गई और वह वहां से नहीं हटा, तो उसको बचाने के लिए मनीष दौड़ पड़ा। जिससे दोनों भाइयों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई।