यमुनानगर, 4 नवंबर (हप्र)
संयुक्त किसान मोर्चा ने 7 नवंबर को रोष महापंचायत के रूप में सचिवालय के सामने दिए जाने वाला धरना स्थगित कर दिया। जिला पुलिस अधीक्षक और जिला उपायुक्त के हस्तक्षेप के बाद किसानों ने यह फैसला किया।
सयुंक्त किसान मोर्चा के नेता सुभाष गुर्जर और जनैरल सांगवान ने बताया कि 29 अक्तूबर को किसान शांतिप्रिय तरीके से अपने मुद्दों को लेकर उपायुक्त को ज्ञापन देने जा रहे थे, लेकिन पुलिस की वर्दी में कुछ गुंडों ने किसानों को रोक कर धक्का-मुक्की।
गुर्जर ने बताया कि आज जगाधरी में किसानों की 7 नवंबर की रणनीति को लेकर बैठक चल रही थी तो पुलिस अधीक्षक राजीव देशवाल ने किसान नेताओं को बात करने के लिए बुलाया। किसानों का शिष्टमंडल एसपी के पास पहुंचा। एसपी किसानों को उपायुक्त के पास लेकर गए और उनका ज्ञापन दिलवाया। उपायुक्त ने कहा कि उचित सूचना न होने पर यह घटना हुई। और हम घटना की निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसान नेताओं ने बताया कि उपायुक्त ने किसानों को विश्वास दिलाया कि डीएपी और जो अन्य मुद्दे हैं उन पर पूरा अमल किया जाएगा। डीएपी खाद की किसानों को कमी नहीं आने दी जाएगी।
इस घटना को लेकर कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने सुभाष गुर्जर से फोन पर बात की। सुभाष गुर्जर ने बताया कि राणा ने कहा कि यूनियन किसानों की भलाई के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा की सरकार किसानों के हकों में उनके साथ है।
मंत्री ने यूनियन के नेताओं के साथ जल्द बैठक करने का प्रस्ताव दिया। राणा ने कहा कि सरकार किसानों का हर समय सम्मान करेगी। आज मौके पर उनके साथ धर्मपाल चौहान एडवोकेट, सुभाष हरतौल, दीप राणा नंबरदार गुमथला, विनोद गुर्जर तेलीपुरा, अरविंद खदरी, जसबीर अजीजपुर, सुखदेव सलेमपुर, मानसिंह मजाफत, बीर सिंह संधू जगतार रानीपुर, दिलबाग ताहरपुर, बिजेंदर राणा राजीव तेजली, बलविंदर नौशहरा, जसपाल नौशहरा, जसविंदर अजीजपुर, राजबीर अहडवाला, रिकु हरतौल किसान मौजूद रहे।