जगाधरी, 5 नवंबर (हप्र)
सरस्वती विद्या मंदिर जगाधरी में स्टुडेंट्स लीगल लिटरेसी कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य स्तरीय लीगल लिटरेसी प्रतियोगिता का शुभारंभ मंगलवार को हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला एवं सत्र न्यायधीश एवं चेयरमैन जिला लीगल सर्विसेज अथॉरिटी यमुनानगर आरसी डिमरी उपस्थित रहे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि लीगल लिटरेसी के अन्तर्गत इन सभी विभिन प्रतियोगिताओं के माध्यम से हमारा उद्देश्य है कि विद्यार्थियों एवं समाज में संविधान व कानूनों के प्रति जागरुकता लाई जाये।
उन्होंने कहा कि कानूनी साक्षरता का मतलब है विद्यार्थियों को कानून से जुड़े मुद्दों में सशक्त बनाना। समाज के वंचित और गरीब वर्गों को न्याय सेवाएं हासिल करने में सक्षम बनाना है। डिमरी ने कहा कि इस कार्यक्रम के ज़रिये न्याय सेवाएं देने वाली संस्थाओं की क्षमता को भी बढ़ाया जाता है, ताकि वे गरीबों और वंचितों की सेवा बेहतर तरीके से कर सकें।
जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि लीगल लिटरेसी के कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न प्रतियोगिताएं पहले खंड स्तर पर फिर जिला स्तर पर व इसके बाद डिविजन स्तर पर आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रतियोगिताएं राज्य स्तर पर आयोजित की जा रही हंै।
लीगल लिटरेसी के जिला नोडल अधिकारी संजय कांबोज एवं कार्यक्रम के कॉर्डिनेटर विशाल सिंघल ने बताया कि इस प्रतियोगिता में लीगल लिटरेसी से संबंधित निबंध लेखन, स्लोगन लेखन, भाषण, पेंटिंग, लघुनाटिका, वाद-विवाद, कविता पाठ, पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन, क्विज, डाकूमेंटरी तैयार करना आदि विभिन्न प्रतियोगिताओं में शिक्षा विभाग की ओर से खंड स्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले विद्यार्थियों को क्रमश: तीन सौ, दो सौ व एक सौ रुपए का नगद पुरस्कार दिया गया। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर क्रमश: 2100, 1500 व 1100 रुपये का नगद पुरस्कार दिया गया। इसी तरह राज्य स्तर पर प्रथम आने वाले विद्यार्थियों को 11000, द्वितीय स्थान पर रहने वाले को 8000 व तृतीय स्थान पर रहने वाले को 7000 रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। प्रतियोगिता में जज की भूमिका में प्रधानाचार्य उमेश खरबंदा, एडवोकेट दीक्षा व डा. गुरुशरण कौर सहायक प्रोफेसर उपस्थित रही।
इस अवसर पर अनामिका, खेमलाल, मीना कुमारी, शिवानी, संदीप गुप्ता, अर्जुन गुप्ता, अनुज गर्ग, डा. उमेश प्रताप वत्स, मुकेश शर्मा, सुखबीर आदि मौजूद थे।