बार-बार प्रशासन की चौखट खटखटाने के बावजूद लोगों की समस्याएं अनसुनी बनी हुई हैं। घरौंडा के वार्ड नंबर-16 में कीचड़ और बीमारियों से भरी कच्ची गलियों में रहना एक कठिन चुनौती बन गया है। वहीं, पानीपत में पिछले एक साल से अधर में लटकी फोर लेन सड़क का निर्माण ग्रामीणों के लिए यात्रा को दुश्वार बना रहा है। दूसरी ओर, नगरपालिका फाइलों में जीरो टोलरेंस नीति की गूंज दिखा रही है, मगर जमीनी हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं। गुहला चीका के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की ओर इशारा किया है, जहां ठेकेदार पुरानी सामग्री का प्रयोग कर सड़क की गुणवत्ता से समझौता कर रहे हैं। प्रशासन के विकास कराने के दावे आंकड़ों तक ही सीमित रह गए हंै, जबकि जनता का दर्द गहरा होता जा रहा है। अब सवाल उठता है, ‘क्या हमारी पुकार कभी सुनी जाएगी?’
घरौंडा: वार्ड-16 के लोग कीचड़ में चलकर घर पहुंचने को मजबूर
घरौंडा, 5 नवंबर (निस)
घरौंडा के वार्ड नंबर-16 में शहीद मलखान सिंह कालोनी की गलियां आज भी कच्ची हैं। इन गलियों में भरा कीचड़ न केवल आने-जाने वालों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है, बल्कि यह दुर्गंध और बीमारियों को भी बढ़ावा दे रहा है। ऐसा नहीं है कि नगरपालिका प्रशासन को गली की समस्या की जानकारी नहीं है, लेकिन इसके समाधान को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों में रोष है।
कालोनिवासी बलवान सिंह, मोहन, जयकरण, राजू, रमेश, प्रदीप और अन्य का कहना है कि गलियों की स्थिति बहुत खराब है। कैमला रोड पर बनी यह एकमात्र कालोनी है, जहां न तो सीवर डाले गए हैं और न ही गलियां पक्की हुई हैं। पानी की निकासी न होने के कारण सारा पानी कैमला रोड पर एकत्रित हो जाता है या फिर गलियों में ही खड़ा रहता है। कालोनीवासियों ने बताया कि एक गली ऐसी हो चुकी है जहां हर वक्त कीचड़ भरा रहता है। निकलने के लिए कोई जगह नहीं है और अक्सर डर बना रहता है कि कहीं कोई बच्चा कीचड़ में न गिर जाए। पहले इन गलियों के निर्माण की चर्चा भी शुरू हुई थी, लेकिन नगरपालिका ने अपने कदम पीछे खींच लिए। उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान भी उन्हें आश्वासन दिए गए थे कि गलियों का निर्माण करवाया जाएगा, लेकिन उसके बाद कुछ नहीं हुआ।
बरसात में सबसे ज्यादा बुरा हाल
कालोनिवासियों का कहना है कि बरसात के दिनों में यहां का हाल और भी खराब हो जाता है। बरसाती पानी से गलियां लबालब हो जाती हैं और घरों से बाहर निकलने के रास्ते बंद हो जाते हैं। इतनी बड़ी समस्या की ओर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। कई बार मांग की जा चुकी है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही।
”घरौंडा में शहीद मलखान सिंह कालोनी में गलियों के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। कुछ दिक्कतें आई हैं, जिन्हें जल्द ही दूर कर लिया जाएगा और गलियों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी।”
-रविप्रकाश शर्मा, सचिव, नगर पालिका घरौंडा
पानीपत : पुराने हरिद्वार रोड का निर्माण कार्य अधूरा, 40 गांवों के ग्रामीण परेशान, एक साल से फांक रहे धूल
पानीपत, 5 नवंबर (हप्र)
पानीपत में पुराने हरिद्वार रोड का फोर लेन निर्माण कार्य संजय चौक से लेकर कुराड फार्म तक लगभग 10 किमी के क्षेत्र में किया जा रहा है, जोकि अब तक अधूरा पड़ा है। इस सड़क के बचे हुए काम के चलते बापौली और सनौली खुर्द ब्लाकों के लगभग 40 गांवों के ग्रामीणों को प्रतिदिन यात्रा में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। एचएसआरडीसी द्वारा लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से किए जा रहे इस कार्य की शुरुआत को एक साल हो चुका है, लेकिन अभी भी छाजपुर, निंबरी और उग्राखेड़ी जैसे क्षेत्रों में कई स्थानों पर निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है। इस सड़क का इस्तेमाल कर ग्रामीण पानीपत शहर आते-जाते हैं और यह सड़क पानीपत तथा उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग है। वर्तमान में सड़क पर कई स्थानों पर गड्ढे और मलबा पड़ा हुआ है, जिससे रोजाना हजारों वाहन चालकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का दर्द : गांव सनौली खुर्द के सरपंच संजय त्यागी, रिशपुर के सरपंच राजदीप और अन्य स्थानीय नेताओं ने इस निर्माण कार्य की धीमी गति पर रोष व्यक्त किया है। उनका कहना है कि एचएसआरडीसी द्वारा इस सड़क का निर्माण कार्य एक साल से चल रहा है, लेकिन अब तक इसे पूरा नहीं किया गया। उन्होंने सरकार से मांग की है कि बचे हुए कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि गांवों के लोगों को यात्रा में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
गुहला चीका : सड़क पर बिछ रही हैं भ्रष्टाचार की परतें!
गुहला चीका, 5 नवंबर (निस)
सामाजिक कार्यकर्ता जगजीत सिंह ने आरोप लगाया है कि नगरपालिका के अधिकारी भाजपा सरकार की जीरो टोलरेंस नीति को ठेस पहुंचा रहे हैं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हूडा सेक्टर 4 में सड़कों के निर्माण में बड़े पैमाने पर घोटाला हो रहा है। जगजीत सिंह ने बताया कि नगरपालिका ने एक निर्माण कंपनी को टेंडर दिया है, लेकिन ठेकेदार ने नियमों की अनदेखी करते हुए पहले से बनी सड़कों पर बिछे रोड़े का उपयोग कर नया सड़क निर्माण शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि ठेकेदार बिना उचित प्रक्रिया के पुरानी सामग्री का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री और निकाय विभाग के मंत्री को ईमेल के माध्यम से शिकायत भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। स्थानीय निवासी अर्जुन सिंह ढिल्लो ने आरोप लगाया कि ठेकेदार सड़क के लिए मिट्टी बाहर से नहीं मंगवा रहा, बल्कि खाली पड़े प्लॉटों से मिट्टी उठा रहा है, जिससे वह लाखों रुपये की बचत कर रहा है।
क्या कहते हैं पालिका अधिकारी
इस मामले में नगरपालिका के जेई खुशी राम ने स्पष्ट किया कि हूडा सेक्टर 4 में बनने वाली सड़कें विभाग के नियमानुसार बनाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि सड़कों पर पहले से बिछे गटके की लागत काटकर ही ठेकेदार को भुगतान किया जाएगा। खुशी राम ने यह भी बताया कि सड़क निर्माण में चार और तीन इंच गटके की दो लेयर बिछाई जाएंगी, इसके बाद तारकोल की लेयर आएगी। उन्होंने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि सभी कार्य नियमानुसार हो रहे हैं। पालिका के सचिव राजेश कुमार ने बताया कि सड़क निर्माण की देखरेख के लिए नगरपालिका के जेई और एमई को नोटिस भेजा गया है। यदि निर्माण में किसी प्रकार की कोताही पाई गई, तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।