जींद (जुलाना), 5 नवंबर (हप्र)
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू) जींद में मंगलवार को दो दिवसीय ‘हरियाणा उत्सव’ कार्यक्रम शुरू हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रणपाल सिंह ने सरस्वती वंदना के साथ दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा उत्सव कार्यक्रम हरियाणा के सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर को सम्मानित करने और उसे बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाता है। यह उत्सव आम तौर पर हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है, जिसमें राज्य की कला, संगीत, नृत्य, हस्तशिल्प और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रदर्शित किया जाता है।
विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रो. लवलीन मोहन ने कहा कि हरियाणा वह प्रदेश है, जहां किसी भी सरकारी परियोजना को त्वरित गति से लागू किया जाता है और संस्कृति की कोई सीमा नहीं होती, इसलिए हमें हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा देना चाहिए। हरियाणा उत्सव कार्यक्रम में घूमर, सांग, रागिनी और अन्य पारंपरिक नृत्य छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किये गये।
सीआरएसयू परिसर में हरियाणवी धरोहर की प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जो आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इस प्रदर्शनी में उन उपकरणों को दिखाया गया है,जो दशकों पहले प्रत्येक हरियाणवी की दिनचर्या का हिस्सा रहे हैं। इनमें लकड़ी व लोहे से बना पुराना संदूक,वाद्य यंत्र,चक्की, हल, रेडियो, टेलीविजन, बैलगाड़ी, झालर, मिट्टी के चूल्हे,कांसे व पीतल के पुराने बर्तन इत्यादि बहुत सी ऐसी चीजें हैं, जो आज के समय में कम ही प्रयोग में लाई जाती हैं। यह प्रदर्शनी पूरी तरह से हरियाणवी धरोहर को संजोये हुए है। इसे देखकर छात्र-छात्राएं बड़ी उत्साहित हैं और उन्हें इस प्रदर्शन के माध्यम से अपनी पूरानी धरोहर की जानकारी मिल रही है।