समालखा, 6 नवंबर (निस)
थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम ने साइबर ठगों को बैंक खाते व सिम कार्ड उपलब्ध कराने वाले दो आरोपियों को रुड़की व सहारनपुर से काबू करने में सफलता हासिल की। आरोपियों की पहचान रजनीश निवासी कोटा मुरादनगर, हरिद्वार व मोहर सिंह उर्फ मोनू निवासी नैनीखेड़ी, सहारनपुर (यूपी) के रूप में हुई। आरोपियों के कब्जे से 2 मोबाइल फोन व वारदात में प्रयुक्त एक सिम कार्ड बरामद किया है।
थाना साइबर क्राइम प्रभारी सब इंस्पेक्टर अजय ने बताया कि थाना साइबर क्राइम में मनाना गांव निवासी नरेंद्र पुत्र सुखबीर ने गत 27 सितंबर को शिकायत दी थी कि उसके भाई देवेंद्र के मोबाइल पर एक नंबर से व्हाट्सएप पर कॉल आई जिसमें कॉलर ने भाई से आशीष बनकर बात की और कहा उसके दोस्त की पत्नी बीमार है आप उसके खाते में 2.50 लाख रुपये भेज देना। कॉलर ने खाता नंबर व आईएफएससी कोड व्हाट्सएप पर भेज दिया। भाई ने अपने खाते से आरटीजीएस के माध्यम से 2 लाख रुपये भेज दिए। इसके थोड़ी देर बाद एक अन्य खाता नंबर देकर 2 लाख रुपये और भेजने के लिए कहा। उसने उक्त पैसे भी भेज दिए। 28 अगस्त को फिर उसी नंबर से कॉल आया 3 लाख रुपये और भेजने के लिए कहा। उसने पैसे भेजकर भतीजे आशीष से बात की तो कनाडा गए आशीष ने बताया उसने पैसों के लिए कोई फोन नहीं किया है। अज्ञात ठग ने फोन पर भतीजा बनकर उनसे 7.50 लाख रुपये की ठगी कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।