भिवानी, 10 नवंबर (हप्र)
कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया ने कहा कि प्रदेश में डीएपी खाद को लेकर हाहाकार मचा है और सरकार द्वारा एमएसपी पर किसानों के उत्पादन खरीदने के दावे हवा हो चुके हैं। राजस्थान से सटे सिवानी, बहल क्षेत्रों में किसानों के मुख्य उत्पादन मूंग की कहीं भी एमएसपी पर खरीद नहीं हो रही है, जबकि भाजपा सरकार मूंग एमएसपी पर खरीदने के दावे करती है।
फरटिया रविवार को सोंहासड़ा, सिवानी, गुरेरा सहित आधा दर्जन गांवों में विभिन्न कार्यक्रमों के तहत ग्रामीणों से रूबरू हो रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान सुबह चार बजे से लाइनों में खड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब फसल बेचने का समय आता है तो किसानों को कई-कई दिन लाइन मेें खड़े होना पड़ता है। आज यह स्थिति है कि खाद थानों में बांटी जा रही है। उन्होंने कहा कि अब गेहूं कि बिजाई का समय शुरू हो चुका है और अगर खाद कि यूं ही किल्लत बनी रही तो किसानों को भारी नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार यह कह रही है कि उसके पास पर्याप्त मात्रा में खाद है, लेकिन इसके विपरीत किसानों को खाद के लिए पूरी रात जागना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्री लगातार खाद पर्याप्त मात्रा में होने के झूठे दावे कर रहे हैं। यहां तक कि कई जगह तो खाद ले रहे किसानों पर लाठीचार्ज भी किया जा रहा है। इससे सरकार की किसान विरोध निति का भी पर्दाफाश हो गया है।
विधायक राजबीर फरटिया ने कहा कि क्षेत्र में सर्वाधिक सरसों की बिजाई होती है, लेकिन इस बार खाद की कमी के कारण उत्पादन पर भी विपरित असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में लाखों खाद के बैग चाहिए, लेकिन उपलब्धता केवल हजारों में है, जो कि ऊंट के मुंह में जीरा के समान है।
उन्होंने कहा कि किसानों को सुबह पांच बजे खाद के लिए कतारों में लगना पड़ता है, लेकिन उन्हें केवल दो से तीन बैग मिल पाते हैं। 80 से 90 प्रतिशत किसान को बिना खाद के लोट जाते हैं। यहां तक कि लाइन मेें लगे किसानों को टोकन देने के बावजूद उन्हें बैरंग लौटा दिया जाता है।